मंगलवार, 4 अप्रैल 2017

धन प्राप्ति के लिए शुक्रवार को करें ये उपाय, होगी लक्ष्मी की कृपा




अगर आप चाहते है आपके घर में हमेशा धन वर्षा होती रहे तो इस शुक्रवार के दिन इन उपायों से आप लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते है। जानिए इन उपायों के बारें में-

शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।अक्षय नवमी के दिन सुबह स्नान समय अपने आवंला के रस की कुछ बूंदे अपनी स्नान के पानी में डालें। इससे नहानें से माता प्रसन्न होगी। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। क्योंकि अक्षय नवमी के आंवला के वृक्ष की पूजा की जाती है।
इस दिन शाम के समय घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लगाएं। बत्ती में रुई के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें साथ ही दीए में थोड़ी सी केसर भी डाल दें।
शुक्रवार को तीन कुंवारी कन्याओं को घर बुलाकर खीर खिलाएं तथा पीला वस्त्र व दक्षिणा देकर विदा करें। इससे भी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
इस दिन दान देने का भी विशेष महत्व है इसलिए इस दिन जितना हो सके गरीबों को दान करें। सफेद रंग की वस्तु या खाद्य पदार्थ का दान करें तो और शुभ रहेगा।
शुक्रवार को श्रीयंत्र का गाय के दूध के अभिषेक करें और अभिषेक का जल पूरे घर में छिंटक दें व श्रीयंत्र को कमलगट्टे के साथ धन स्थान पर रख दें। इससे धन लाभ होने लगेगा।
शुक्रवार को गाय की सेवा करें श्यामा गाय मिल जाये तो और अच्छा है। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएगी।अगर आपकी कुंडली में शुक्र दोष है तो शुक्रवार या किसी दिन सफेद कबूतर के जोड़े, हंस के जोडे या फिर सफेद बतख के जोड़े को दाना य़ा फिर ब्रेड खिलाना चाहिए। ऐसा करने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है।
शुक्रवार के दिन दूध ,दही, घी, शक्कर, रेशमी कपड़े, कपूर आदि का दान करना लाभकारी साबित होगा।
शुक्र से सम्बन्धित रत्न का दान भी लाभप्रद होता है।
शुक्र ग्रह की शांति के लिए ब्राह्मणों एवं गरीबों को दूध और चावल खिलाएं।
रोज अपने भोजन में से एक हिस्सा निकालकर गाय को खिलाएं।
किसी काने व्यक्ति को सफेद वस्त्र एवं सफेद मिष्ठान्न का दान करना चाहिए।
किसी महत्त्वपूर्ण कार्य के लिए जाते समय 10 साल से कम आयु की कन्या का चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लेना चाहिए।
किसी कन्या के विवाह में कन्यादान का अवसर मिले तो अवश्य स्वीकारना चाहिए।
शुक्रवार के दिन गौ-दुग्ध से स्नान करना चाहिए।
शुक्र ग्रह के अशुभ फल से बचनें के लिए रोज श्रीसूक्त का पाठ करें और इस मंत्र का जाप करें- ऊँ शुं शुक्राय नमः

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें