गुरुवार, 27 अक्तूबर 2016
मंगलवार, 25 अक्तूबर 2016
जानिए कैसे कुबेर यंत्र द्वारा होगी लक्ष्मी जी खुश और पूरी होंगी आपकी मनोकामना
धनतेरस या दीपावली के दिन बिल्व-वृक्ष के नीचे बैठकर इस यंत्र को सामने रखकर कुबेर मंत्र को शुद्धता पूर्वक जाप करने से यंत्र सिद्ध होता है तथा यंत्र सिद्ध होने के पश्चात इसे गल्ले या तिजोरी में स्थापित किया जाता है। इसके स्थापना के पश्चात् दरिद्रता का नाश होकर, प्रचुर धन व यश की प्राप्ति होती है।
मंत्र-
''ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन्य धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि में देहित दापय स्वाहा''
सोमवार, 24 अक्तूबर 2016
बुधवार, 12 अक्तूबर 2016
कुछ खास मंत्र जो दिलायेंगे आपको व्यवसाय में उन्नति जिससे नहीं होगी आपको कभी भी हानि
मनुष्य अपनी उन्नति के लिए व्यवसाय शुरू करता है, किंतु कई बार यह देखने में आता है कि व्यक्ति मेहनत तो बहुत करता है, परंतु उसे उतना लाभ नहीं मिल पाता, जिससे वह हमेशा दुखी रहता है। अगर आपके साथ भी यह समस्या है, तो हम बता रहे हैं कुछ खास उपाय।
ऐसे दुखी व्यक्ति नीचे लिखे मंत्र का जप करें। इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए पूर्ण स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। ईश्वर के आशीर्वाद से व्यापार में अत्यंत चमत्कारी लाभ मिलेगा।
मंत्र
ॐ श्रीं श्रीं श्रीं परमाम् सिद्धिं श्री श्री श्रीं।
पूर्ण साफ मन से प्रदोष के दिन स्नान करके प्रभु शिव का ध्यान करते हुए पूर्ण निराहार होकर व्रत (उपवास) रखें। उस दिन अन्न न लें। शाम को (गोधूली बेला में) शिवजी का पूजन करें एवं असगंध के फूल को घी में डूबाकर रख लें।
बताए गए मंत्र को किसी माला से 3 बार करें अर्थात 108 मोती की माला को इस मंत्र का जाप करते हुए 3 बार फेरें। तत्पश्चात एक माला से मंत्र पढ़ते हुए हवन करें।
उपरोक्त प्रयोग 11 प्रदोष तक लगातार करें। कुछ ही समय में आपको इसका इच्छित शुभ फल प्राप्त होगा और आपका व्यापार उन्नति करने लगेगा।
एक छोटा सा प्रयोग भी बदल सकता है आपकी किस्मत जानिए कैसे
किसी शनिवार को किसी भी शुभ योग/शुभ चौघड़िया में शाम के वक्त अपनी लंबाई के बराबर लाल रेशमी सूत नाप लें। फिर एक पत्ता बरगद का तोड़ें। उसे स्वच्छ जल से धोकर पोंछ लें। तब पत्ते पर अपनी कामना रूपी नापा हुआ लाल रेशमी सूत लपेट दें और पत्ते को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इस प्रयोग से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं कामनाओं की पूर्ति होती है सबसे महत्वपूर्ण आपका भाग्य चमकने लगेगा।
मंगलवार, 11 अक्तूबर 2016
धन की देवी लक्ष्मी होगी आपके साथ अगर आप के पास होगी ये दस वस्तुएं तो बदल जायेगा आपका जीवन
इस संसार में कोई भी ऐसा प्राणी नहीं होगा जो धन की इच्छा न रखता हो, हर कोई यह चाह रखता है की उसके पास इतना सारा धन हो की वह उससे अपनी सभी इच्छाएं पूर्ण कर सके।
दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी होते है जिनके पास पैसे ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाते। उनकी इस आदत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की सुबह उनका पर्स पैसो से भरा रहता है लेकिन शाम होते ही कुछ चंद सिक्कों के अलावा उनके पास कुछ शेष नहीं रहता ऐसे में अधिकतर लोगो की यह शिकायत रहती है की उनके पास धन तो आता है परन्तु वह अधिक समय तक टिक नहीं पाता।
इस तरह की समस्या से निपटने के लिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे शास्त्रों से जुड़े अचूक उपाय लाये है जिन्हे अपनाने से आपके पास सदैव धन टिका रहेगा और आपका पर्स कभी खाली नहीं होगा।
शास्त्रों में प्रसिद्ध वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आगे बताई जा रही इन 10 वस्तुओं को आप आपने पर्स में रखेंगे, तो आपके पास धन की कमी कभी नहीं होगी. आप का पर्स कभी खाली नहीं होगा और जरूरत के अनुसार आपको पैसा देता रहेगा------
1 . धन के देवी माता लक्ष्मी की तस्वीर :- माँ लक्ष्मी धन से संबंधित हर प्रकार की मुश्किलों का समाधान कर देती है. माता लक्ष्मी की तस्वीर यदि आप आपने पर्स में रखेंगे तो आपको कभी भी पैसे की कमी नहीं होगी. परन्तु माता लक्ष्मी की वहीं पिक्चर अपने पर्स में रखे जिसमे वे बैठी हुई मुद्रा में हो।
2 . पीपल का पत्ता :- हमारे हिन्दू धर्म में पीपल एवं तुलसी दोनों को ही पूजनीय मानकर उनकी पूजा की जाती है. शास्त्रों में इनका अत्यधिक महत्व है तथा दोनों के संबंध में अनेक शास्त्रीय उपाय भी है जिनमे धन से जुड़ा उपाय भी शामिल है. वास्तु शास्त्र में बताया गया है की पर्स में सदैव पीपल का पत्ता रखना चाहिए।
ऐसा करने से आर्थिक लाभ प्राप्त होता है. पीपल के पत्ते को अभिमंत्रित करने के बाद शुभ मुहूर्त में इसे पर्स में नोटों के साथ रखना चाहिए. ऐसा करने से आपका पर्स सदैव धन से भरा होगा, जरूरत के समय आपको कभी भी आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
3 . लाल रंग का कागज :- यह एक प्रकार का टोटका है जिससे मनोकामनाएं पूर्ण होती है. यह एक अचूक टोटका माना जाता ही. इस टोटके के लिए आपको सिर्फ एक लाल कागज चाहिए. इस कागज में आप अपनी इच्छा लिखकर उसे रेशमी धागे से बांध ले तथा इसके बाद इसे अपने पर्स में रख ले. ऐसा करने से जरूर आपकी इच्छा पूर्ण होगी।
4 . चावल :- शास्त्रों में अनाज और धन दोनों एक ही समान कहे गए है. अतः चावल का भी पर्स में रखने का महत्व है. यदि आप अपने पर्स में चुटकी भर चावल रखते है तो यह आपके अनचाहे खर्च को कम करता है।
5 . ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पर्स में शीशे का कोई टुकड़ा या एक छोटा से चाक़ू रखना चाहिए यह उपाय भी धन वृद्धि में सहायक होता है. इसके आलावा आप पर्स में ‘कौड़ी’ या गोमती चक्र भी रख सकते है।
6 . यदि आपके पास कोई चांदी का सिक्का पड़ा हो तो इसे भी पर्स में रखने से धन लाभ होता है. चांदी का सिक्का या सोने का सिक्का पर्स में रखने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है और धन की वर्षा करती है. परन्तु ध्यान रहे की सोने या चांदी के सिक्के को पर्स में रखने से पूर्व इसे घर के मंदिर में माँ लक्ष्मी के चरणों में रखे।
7 . यदि आप रुद्राक्ष अपने पर्स में रखे तो यह दरिद्रता को दूर कर धन वृद्धि में सहायक होता है।
8 . माता पिता या बुजर्गो से आशीर्वाद के रूप में मिले नोटों पर हल्दी या केसर का तिलक लगाकर सदैव अपने पास रखे. इससे आपके पास धन की वृद्धि होगी.
9 . इन चीजों को पर्स में रखने के अलावा कुछ ऐसी चीजे भी है जिन्हे यदि आप न करें तो भी धन में वृद्धि होती है. कभी भी अपने पर्स में नोटों को मरोड़ कर ना रखे.यदि आपके पर्स में भली भाति न रखे या इधर उधर से मुड़े हुए नोट होंगे तो आपसे लक्ष्मी रूठ जायेगी जिससे आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ेगा.
सोमवार, 10 अक्तूबर 2016
शरद पूर्णिमा के चमत्कारी उपाय जो लाते है माँ लक्ष्मी का स्थाई वास.....
15 अक्टूबर को शरदपूर्णिमा है। इसे कोजागर पूर्णिमा भी कहते हैं। इस रात मां लक्ष्मी अपने भक्तों को खोजती हैं। इस दौरान जो लोग उन्हें निर्धन मिलते हैं, उनके घर को धन संपत्ति से भर देती हैं। शरदपूर्णिमा की रात दीवाली से भी ज्यादा अहम है क्योंकि इस रात स्वयं मां लक्ष्मी अपने भक्तों को संपत्ति देने के लिये खोजती हैं। वैदिक और तंत्र शास्त्र में शरदपूर्णिमा की रात कुछ धन के उपाय के बारे में बताया गया है। धन संपत्ति पाने के इन सरल उपायों को शरदपूर्णिमा की रात करने से लक्ष्मी का स्थायी आशीर्वाद मिलता है। आइये इस शरद पूर्णिमा से कार्तिक अमावस्या तक आप भी इन उपायों को आज़मायें और अपनी किस्मत चमकायें।
शरदपूर्णिमा पर धन के उपाय-
मोती शंख पर केसर से स्वास्तिक बनाएं 108 अक्षत लेकर एक एक अक्षत महालक्ष्मी मंत्र बोलकर चढ़ाएं फिर उस अक्षत को लाल कपड़े में बांध कर अपनी तिजोरी या कैश बॉक्स में रखें। मंत्र है- ओम श्रीं ओम ओम ह्रीं ओम महालक्ष्मये नम :। चावल चंद्रमा का प्रतीक और शंख लक्ष्मी स्वरुप है। ये उपाय आप रात 9 बजे से लेकर आधी रात 12:30 तक कर सकते हैं।
घर में लक्ष्मी के स्थायी निवास के लिये पूर्णिमा की शाम से लेकर सुबह तक अखंड दीप जलायें। चंद्रलोक में मां लक्ष्मी दीप रुप में विराजमान हैं। अखंड दीप की रोशनी से मां लक्ष्मी खिंची चली आयेंगी।
लक्ष्मी के तांत्रिक उपाय में आप छोटे नारियल की पूजा करके उसे पूजा स्थान पर स्थापित करें। अष्ट लक्ष्मी पर 8 कमल चढ़ाकर महालक्ष्मी अष्टकम पढ़ने से भी मां लक्ष्मी निर्धनों के जीवन में प्रवेश करती हैं।
दक्षिणावर्ती शंख से मां लक्ष्मी का अभिषेक करें और धूप,दीप ,फूल से पूजा करें दक्षिणावर्ती शंख भी पूर्णिमा के दिन ही प्रकट हुआ था। श्रीसूक्त का पाठ करने से भी मिलता है धन।
पूर्णिमा को लक्ष्मी सहस्त्रनाम, लक्ष्मी अष्टोत्र नावामली ,सिद्धिलक्ष्मी कवच, श्रीसूक्त, लक्ष्मी सूक्त, महालक्ष्मी कवच, कनकधारा के पाठ से भी आपको मां लक्ष्मी की कृपा मिलेगी।
पूर्णिमा को आंवला की पूजा से भी लक्ष्मी का घर में प्रवेश होता है। चांदनी रात में रखे आंवले में औषधीय शक्ति भी आती है।
शरद पूर्णिमा पर महालक्ष्मी को खीर, छुहाड़े की खीर, मेवे की खीर का भोग लगायें। गाय के दूध में महालक्ष्मी का वास है इसीलिये उन्हें खीर बहुत प्रिय है।
तो 15 अक्टूबर से दीपावली तक लक्ष्मी जी स्वयं आपके घर का द्वार खोलकर प्रवेश करना चाहती हैं। बस इसके लिये उन्हें इन उपायों से आमंत्रित करना होगा। फिर जो संपन्नता का चमत्कार होगा उसे आप सभी से शेयर करेंगे।
शनिवार, 8 अक्तूबर 2016
विजय दसमी के दिन भैरो जी करेंगे धन की समस्या दूर
विजय दशमी के दिन सवा किलो जलेबी और पाँच अलग -अलग मिठाई भैरो नाथ के मंदिर में चढ़ाकर धूप ,दीप जलाएं और उनसे अपने जीवन के संकटो को दूर करते हुऐ सभी क्षेत्रो में सफलता का आशीर्वाद मांगे फिर उसके बाद उसमे थोड़ी सी जलेबी लेकर कुत्ते को खिला दे। इससे सभी तरह की अड़चने ,बुरी नजर का प्रभाव दूर होता है और कार्यो में आशातीत सफलता मिलनी शुरु हो जाती है।
दशहरे में खोले बंद किस्मत के ताले और पूरी करे अपनी सभी मनोकामना
अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है दशहरा हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है. भगवान श्री राम चन्द्र जी ने इसी दिन रावण का वध किया था. इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है. दशहरा वर्ष की तीन अत्यन्त शुभ तिथियों में से एक है, अन्य दो हैं चैत्र शुक्ल की एवं कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा ये अभूज मुहूर्त कहलाते है….…
उपाय क्या करे इस दिन …………….
१. इस दिन काली गूंजा को गंगा जल और गौ माता के दूध से शुद्ध करके जो भी पास में रखता है, उसके काफी संकट दूर होते है ध्यान रखे की मुसीबत के समय इसका रंग अपने आप बदल जाएगा।
२. इस दिन नागकेशर के पौधा का रोपण करे और उसकी देखभाल करे जैसे - जैसे पौधा बढेगा आपकी उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
३. इसी तरह से बरगद में पेड़ के नीचे जो भी पौधा हो उससे जड़ समेत लेकर घर में लगाये और उसकी देखभाल करे तो भी उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।
४. इस दिन सूर्यास्त के समय आधा किलो दूध में ९ बूँद शुद्ध शहद की डाल कर (अगर घर बड़ा हो तो १ किलो दूध में १८ बूँद शहद की डाले) पुरे घर में छिडकाव करे. उसके बाद जो दूध बच जाए वो चौराहे पर रख आये. ऐसा पुरे २१ दिन करना है। घर में कैसी भी नकारात्मक शक्ति होगी वो दूर होगी। सूर्यास्त जिस समय हो। उसके १२ मिनट पहले और अस्त होने के १२ मिनट बाद यानी की ये २४ मिनट के अन्दर ही ये उपाय करना है।
५. इस दिन यदि किस्मत से कोई हिंजड़ा मिल जाए तो उसे ज़रूर कुछ न कुछ दे और अगर वो आपको बदले में कुछ दे तो उसे संभाल कर अपने पास रख ले। बहुत ही शुभ होगा।
६. इस दिन लाल रंग से २१०० बार राम लिखे और राम शब्द जिस कागज़ पर लिखा है वहा से सारे काट ले इन काटे हुए कागज़ को २१०० आटे की छोटी-छोटी गोलियों में भर कर ऐसी जगह पर जाए जहा पर मछलियाँ हो वह पर बैठ कर “ॐ जय श्री राम” कहते हुए, एक-एक करके गोलियों को खिला दे संकट दूर।
७. इस दिन किसी भी संकट को दूर करने के लिए। बाबा हनुमान जी की शरण में जाए. इस दिन उपवास रख कर बाबा जी को चोला अर्पित करे (सुबह के समय) गुड - चने का भोग लगाये और संध्या समय बाबा जी को लड्डू का भोग लगाकर १०८ बार वही बैठ कर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करे ध्यान दे की जब तक पाठ समाप्त ना हो जाए धूप-दीपक जलता रहे। तत्पश्चात कपूर से आरती करके गलतियों की माफ़ी मांग कर अपने संकट दूर करने का निवेदन करे और घर वापस आ जाए।
८. इस दिन धार्मिक स्थल में गुप्त दान विशेष रूप से सहायक होगा जीवन में उन्नति के लिए।
९. इस दिन से शुरू करते हुए ४३ दिन तक बेसन के लड्डू किसी भी कुत्ते को खिलाना शुरू करे तो घर में बरकत होनी शुरू हो जायेगी ध्यान रहे की प्रतिदिन एक ही कुत्ता न हो मतलब की एक ही कुत्ते को ना दे ये लड्डू।
१०. इस दिन सवा किलो जलेबी का भोग बाबा भैरव नाथ जी को लगाये ५ तरह की मिठाई साथ में अर्पित करके धूप-दीप करे फिर उस जलेबी में से थोड़ी सी ले कर किसी भी कुत्ते को खिला दे ऐसा २१ बुधवार करने से संकट दूर होने में मदद बाबा जी के आशीर्वाद से मिलेगी।
११. इस दिन से शुरू करते हुए भगवान् श्री गणेश जी को एक सुपारी अर्पित करे और एक कटोरी चावल का दान करे पुरे वर्ष भर तक कैसी भी नज़र दोष होगी घर पर या फिर कुछ भी अप्राकर्तिक होगा सब श्री गणेश जी के आशीर्वाद से दूर होगा।
नवमी के दिन कुछ विशेष टोटके करने से आपकी हर समस्या और परेशानी दूर करे
मां दुर्गा अपने भक्तों के कल्याण के लिए जानी जाती हैं। नवरात्रों के नौ दिन मां दुर्गा की उपासना के लिए विशेष महत्व रखते हैं। नवरात्रों के नौंवें दिन को नवमी के रूप में पूजा जाता है। नवमी के दिन कुछ विशेष टोटके करने से आपकी हर समस्या और परेशानी दूर हो सकती है। पान के पत्ते के ये टोटके इतने असरकार हैं कि आप रातोंरात मालामाल हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन टोटकों के बारे में -–
किसी भी काम के पूरे होने में बाधाएं आ रहीं हों तो माता रानी के मंदिर में पान का बीड़ा चढ़ाएं। इस पान में कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बूरा, सुमन कतरी और लौंग का जोड़ा डलवाएं। ध्यान रहे पान में सुपारी और चूना न हो।
धन-वैभव के लिए मां दुर्गा के मंदिर में प्रतिमा के समक्ष पान के पत्ते पर केसर और इत्र व घी को मिलाकर इससे स्वास्तिक बनाएं। अब इस पर कलावा बांधकर एक सुपारी रखें। धन से संबंधित सभी प्रकार की मनोकामनाएं आपकी पूरी होंगीं।
बिजनेस में मुनाफा कमाना चाहते हैं तो मां दुर्गा के मंदिर में पान का बीड़ा चढ़ाएं और 9 मीठे पान कन्याओं को दान करें।
नवमी के दिन मां दुर्गा का ध्यान कर घर के मंदिर में गोबर के उपले पर पान, लौंग, कपूर, इलायची और गुग्गल के साथ कुछ मीठा रखकर माता रानी को इसकी धूनी दें।
प्रेम बढ़ाना चाहते हैं तो नवमी की रात्रि को चंदन और केसर पाउडर को मिलकार इसे पान के पत्ते पर रखें। इसके पश्चात् मां दुर्गा के सामने बैठकर चंडी स्त्रोत का पाठ करें। रोज़ इस पाउडर का तिलक लगाएं।
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