गुरुवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान ध्यान करें और घी का दीप जलाकर भगवान विष्णु की पूजा करें। इसके बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।भगवान की पूजा के के बाद केसर का तिलक लगाएं और यदि केसर उपलब्ध न हो तो हल्दी का तिलक भी लगा सकते हैं।
शाम के समय केले के वृक्ष के नीचे दीपक जलाकर लड्डू या बेसन की मिठाई अर्पित करें और लोगों में बांट दें।
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