गुरुपुष्य नक्षत्र में शुभ मुहूर्त में निकाली गई अपामार्ग (लटजीरा, आंधाझाड़ा) नामक पौधे की जड़ ले लें। इस जड़ को एक फिटकरी के टुकडे एवं एक कोयले के टुकडे के साथ एक काले वस्त्र में बांधकर उससे वाहन के चारों ओर दाहिने घूमते हुए 7 चक्कर लगाएं। यह एक प्रकार का उसारा करने के समान है। इसके पश्चात इस पोटली को वाहन में कहीं रख दें। ऐसा करने से वाहन दुरात्माओं से रक्षित रहता है तथा उसकी दुर्घटनाओं से भी रक्षा होती है।
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