मंगलवार, 30 अगस्त 2016

दुर्भाग्य,गरीबी ,और दरिद्रता को दूर करने के अचूक उपाय-



1-  घर के मंदिर में चांदी के बर्तन नहीं रखने चाहिए यह पितरो के प्रतीक है घर के मंदिर में देवता और पितृ कि पूजा एक साथ नहीं की  जाती है अपने मंदिर में पितृ कि तस्वीर भी नहीं रखनी चाहिये तथा एक साथ दोनों को नहीं पूजना चाहिये।


2- किसी दुकान से जाकर एक ताला ले आये लेकिन ताला खरीदते वक्त न तो उस ताले को आप खुद खोलें और न ही दुकानदार को खोलने दें। ताले को जांचने के लिए भी न खोलें  इस ताले को आप शुक्रवार की रात अपने सोने के कमरे में रख दें। शनिवार सुबह उठकर नहा-धो कर ताले को बिना खोले किसी मन्दिर में रख दे और पीछे न देखे जब भी कोई उस ताला को खोलेगा तब आपकी  किस्मत का ताला भी खुल जायगा।



3- सरसों के तैल और गेहूँ के आटे में पुराने गुड़ से तैयार सात पूये, सात मदार, आक के पुष्प, सिंदूर,  सरसों के तैल  से जलता दीपक, अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे पर रख आये और पीछे न देखे ऐसा करने से भी लाभ होता है.



4- हर रोज़ हनुमान जी का पूजन करे व हनुमान चालीसा का पाठ करें प्रत्येक शनिवार को शनि को तेल चढायें  अपनी पहनी हुई एक जोडी चप्पल किसी गरीब को एक बार दान करें सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ति का सिन्दूर लेकर सीता जी के चरणों में लगाएँ।और माता सीता से प्रार्थना करे ऐसा कुछ दिन करने से दुःख दूर होता है और माता सीता हर मनोकामना पूरी करती है।



5- सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले  एक रोटी लें। इस रोटी को अपने ऊपर से 31 बार उतार ले रोटी को उतारते समय यह मन्त्र का उच्चारण भी करें( ॐ लक्ष्मी नारयण नम; ) और उस रोटी को गाय को खिलाये यह उपाए सात शुक्रवार करे कभी भी जाने अनजाने में भी झाड़ू को पैर नहीं लगाना चहिये इसे लक्ष्मी का अपमान होता है।



6- हमेशा झाड़ू साफ़ रखना चहिये ज्यादा पुरानी झाड़ू को घर में न रखें झाड़ू को कभी जलाना नहीं चाहिए शनिवार को पुरानी झाड़ू बदल देना चाहिए घर के मुख्य दरवाजा के पीछे एक छोटी झाड़ू टांगकर रखना चाहिए इससे घर में लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है



7- सवा पांच किलो आटा एवं सवा किलो गुड़ लें। दोनों का मिश्रण कर रोटियां बना लें। गुरुवार के दिन सायंकाल गाय को खिलाएं। तीन गुरुवार तक यह कार्य करने से दरिद्रता दूर हो जाती है



8- शनिवार को शाम को तेल का दीपक पीपल पर रखे और शनि देव को भी चढ़ने से भी दरिद्रता दूर होती है और माँ लक्ष्मी आगमन होता है



9- अगर पेसे नहीं बच रहे तो करे यह उपये मंगलवार के दिन लाल चंदन,लाल गुलाब के फूल तथा रोली लें. इन सब चीजों को लाल कपड़े में बांधकर एक सप्ताह के लिए मंदिर में रख दें और रोज धूपबत्ती किया करें  एक सप्ताह के बाद उनको घर के तिजोरियों में रख दें धन से जुडी आप किहर  इच्छा पूरी होगी



10- हर शनिवार को अपने पलंग के नीचे एक बर्तन में सरसों का तेल रखें अगले दिन उस तेल में उडद की दाल के गुलगुले बनाकर कुत्तों और गरीबों को खिलाने से गरीबी दूर होती है और धन का आगमन होता है

ऐसी कौनसी वस्तुएं हैं जो शनिवार को घर पर नहीं लानी चाहिए और इनको लाने से आती है घर में दरिद्रता




ऐसी कौनसी वस्तुएं हैं जो शनिवार को घर पर नहीं लानी चाहिए या इस दिन इन्हें नहीं खरीदना चाहिए। माना जाता है की शानिवार का दिन शनि देव का होता है, इसलिए हमें उन्हें प्रसन्न करने के लिए ये काम नही करने चाहिए।

 लोहे का सामान -  शनिवार को लोहे का बना सामान कभी नहीं खरीदना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि शनिवार को लोहे का सामान क्रय करने से शनि देव नाराज होते हैं। इस दिन लोहे से निर्मित चीजों के दान का महत्वपूर्ण स्थान है। लोहे का सामान दान करने से शनि देव की कोप दृष्टि निर्मल होती है और घाटे में चल रहा व्यापार फायदा देने लगता है। इसके अलावा शनि देव यंत्र होने वाली दुर्घटनाओ से भी बचाते हैं।

 इस चीज से होते है रोग - इस दिन तेल खरीदने से भी बचना चाहिए। हालांकि तेल का दान बहुत लाभप्रद होता है। काले सरसों के तेल से बना हलुआ खिलाने से शनि की दशा टलती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार को सरसों या किसी भी पदार्थ का तेल खरीदने से वह रोगकारी होता है।
 इस चीज से आता है कर्ज - नमक हमारे भोजन का सबसे अहम हिस्सा है। अगर नमक खरीदना है तो बेहतर होगा शनिवार के बजाय किसी और दिन ही खरीदें। शनिवार को नमक खरीदने से यह उस घर पर कर्ज लाता है। साथ ही रोगकारी भी होता है। इसलिए नमक ना ही खरीदे तो अच्छा होगा।
 कैंची से होता है रिश्तों में तनाव - कैंची ऐसी चीज है जो कपड़े, कागज आदि काटने में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है। पुराने समय से ही कपड़े के कारोबारी, टेलर आदि शनिवार को नई कैंची नहीं खरीदते है। इसके पीछे यह मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई कैंची रिश्तों में तनाव लाती है। इसलिए अगर आपको कैंची खरीदनी है तो किसी अन्य दिन ही खरीदें।
 काले तिल बनते हैं बाधा - सर्दियों में काले तिल शरीर को पुष्ट करते हैं। ये शीत से मुकाबला करने के लिए शरीर की गर्मी को बरकरार रखते हैं। पूजन में भी इनका उपयोग किया जाता है। शनि देव की दशा टालने के लिए काले तिल का दान और पीपल के वृक्ष पर भी काले तिल चढ़ाने का नियम है लेकिन शनिवार को काले तिल कभी न खरीदें। कहा जाता है कि इस दिन काले तिल खरीदने से कार्यों में बाधा आती है।
 काले जूते लाते हैं असफलता - शरीर के लिए जितने जरूरी वस्त्र हैं उतने ही जूते भी खासतौर से काले रंग के जूते पसंद करने वालों की तादाद आज भी काफी है। अगर आपको काले रंग के जूते खरीदने हैं तो शनिवार को न खरीदें। मान्यता है कि शनिवार को खरीदे गए काले जूते पहनने वाले को कार्य में असफलता दिलाते हैं।
 झाड़ू लाती है दरिद्रता - झाड़ू घर के विकारों को बुहार कर उसे निर्मल बनाती है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। झाड़ू खरीदने के लिए शनिवार को उपयुक्त नहीं माना जाता। शनिवार को झाड़ू घर लाने से दरिद्रता का आगमन होता है।
 अनाज पीसने की चक्की - इसी प्रकार अनाज पीसने के लिए चक्की भी शनिवार को नहीं खरीदनी चाहिए। माना जाता है कि यह परिवार में तनाव लाती है और इसके आटे से बना भोजन रोगकारी होता है।
 स्याही दिलाती है अपयश - विद्या मनुष्य को यश और प्रसिद्धि दिलाती है और उसे अभिव्यक्त करने का सबसे बड़ा माध्यम है कलम  की ऊर्जा है स्याही।

जानिए किस दिन कौन सा काम करना होता है शुभ



ज्योतिष में सभी कार्यो के लिए अलग-अलग दिन शुभ बताए गए हैं। माना जाता है कि सही दिन किए गए काम से उस कार्य में सफलता मिलती हैं। यदि कोई खास काम गलत दिन शुरू किया जाता है तो कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। किस दिन कौन सा काम करना होता है शुभ –
 सोमवार को कौनसे काम करने चाहिए-
कृषि संबंधी यंत्र, बीज बोना, बगीचे में फल के वृक्ष लगाना, वस्त्र तथा रत्न धारण करना, क्रय-विक्रय करना, भ्रमण- यात्रा, कला कार्य, स्त्री-प्रसंग, नए काम की शुरुआत, आभूषण धारण करना, पशुपालन के लिए सोमवार का दिन शुभ होता है।

 मंगलवार को कौनसे काम करने चाहिए-
जासूसी कार्य, भेद लेना, ऋण देना, गवाही देना, अग्नि संबंधी कार्य, सेना-युद्ध और नीति से संबंधी काम, वाद-विवाद का निर्णय करना, साहसिक कार्य आदि के लिए मंगलवार के दिन शुभ होते है। मंगलवार को ऋण लेना शुभ नहीं होता है।

 बुधवार को कौनसे काम करने चाहिए-
शिक्षा-दीक्षा संबंधित काम, विद्या की शुरुआत, बहीखाता बनाना, हिसाब करना, शिल्प कार्य, निर्माण कार्य, नोटिस देना, गृहप्रवेश करना, राजनीति से संबंधित काम के लिए बुधवार के दिन शुभ होते है।

 गुरुवार को कौनसे काम करने चाहिए-
ज्ञान-विज्ञान की शिक्षा लेना, धर्म न्याय संबंधित काम, यज्ञ-अनुष्ठान करना, कला संबंधित शिक्षा का आरंभ करना, गृह शांति पूजन करना, मांगलिक कार्य, नया पद ग्रहण करना, आभूषण धारण करना, यात्रा, नए वाहन का चालन, औषधि सेवन की शुरुआत करना व निर्माण कार्य की शुरुआत के लिए गुरुवार के दिन शुभ होते है।

 शुक्रवार को कौनसे काम करने चाहिए-
पारिवारिक काम की शुरुआत करना, मित्रता, वस्त्र धारण करना, मणि रत्न धारण करना, निर्माण कार्य की शुरुआत, इत्र, नाटक, फिल्म, संगीत संबंधित काम की शुरुआत के लिए शुक्रवार के दिन शुभ होते है। साथ ही, अनाज भंडार भरना, खेती करना, धान्य रोपण, शिक्षा प्राप्ति के लिए भी ये दिन अच्छा माना गया है।

 शनिवार को कौनसे काम करने चाहिए-
नए घर में प्रवेश करना, नौकर रखना, धातु मशीनरी से संबंधित काम, गवाही देना, नया व्यापार प्रारंभ करना, वाहन खरीदना आदि कार्य शनिवार के दिन को किए जा सकते हैं। बीज बोना, कृषि संबंधित काम शनिवार से प्रारंभ नहीं करना चाहिए।

 रविवार को कौनसे काम करने चाहिए-
औषधि यानी दवाइयों का सेवन का शुरू कर सकते हैं, सवारी, वाहन, नौकरी, यज्ञ, पूजन, अस्त्र-शस्त्र, धातु, आदि की खरीद तथा वाद-विवाद के लिए सलाह लेना शुभ होता है।

इन सरल और साधारण उपायों से कीजिये अपने घर की वास्तु शुद्धि —






हम घर के वास्तु के लिए फेंगशुई उपाय अपनाने के बजाये हमारे इन उपाय को आजमाएँ -
इसलिए अब हम  सस्ते और टिकाऊ उपाय आजमाएंगे —
1. घर में तुलसी के पौधे लगायें।
2. घर एवं आसपास के परिसर को स्वच्छ रखें।
3. घर में नियमित गौ मूत्र का छिड़काव करें।
4. घर के अंदर सप्‍ताह में दो दिन कच्चे नीम पत्ती की धूनी जलाएं। साथ में पोंछा लगाते समय पानी में नमक और फिटकरी मिलाकर पोंछा लगाएं।
5. घर में सुबह शाम कंडे को प्रज्वलित कर गूगल और कपूर का धूना एवं लोबान से धूप करें।
6. घर के चारों दीवार पर वास्तु शुद्धि के लिए सात्त्विक नाम जप की पट्टियाँ लगाएँ।
7. संतों के भजन, स्तोत्र पठन या मंत्रो की मशीन अथवा C.D. या सात्त्विक नाम जप की ध्वनि चक्रिका (C.D) चलायें।
8. घर में अपने मृत पित्तरो के चित्र अपनी दृष्‍ट‍ि के सामने न रखें।
9. घर में कलह-क्लेश टालें वास्तु देवता “तथास्तु” कहते रहते हैं अतः क्लेश से कष्‍ट और बढ़ता है एवं धन का नाश होता है।
10. घर में सत्संग प्रवचन का आयोजन करें। रामायण पाठ, सत्यनारायण कथा, सुन्दरकाण्ड आदि आयोजन करते रहें। अतिरिक्‍त स्थान घर में हो तो धर्म-कार्य हेतु या साप्‍ताहि‍क सत्संग हेतु उस स्थान को किसी संत या गुरु के कार्य हेतु अर्पण करें।
11. संतों महात्माओं के चरण घर में पड़ने से घर की वास्तु काफ़ी हद तक शुद्ध हो जाती है अतः संतों के आगमन हेतु अपनी भक्‍त‍ि बढ़ाएं।
12. प्रसन्न एवं संतुष्‍ट  रहने से घर की ऊर्जा तक शुद्ध हो जाती है।
13. घर में अधिक से अधिक समय सभी कार्य करते हुए नामजप, स्तोत्र आदि का पाठ करें।
14. सुबह और संध्या समय घर के सभी सदस्य मिलकर पूजा स्थल पर आरती करें।
15. घर के पर्दे, दीवार, चादर इत्यादि के रंग हल्के रखें। घर के चादर, पर्दे या दीवारों का रंग काले, बैंगनी या गहरे रंग के न हों यह ध्यान अवश्य रखें ।।

बचना है आपको ‘द्वार वेध’ से, जो कर सकता है आपको बर्बाद




वास्तु सिद्धांतों के अनुसार सकारात्मक दिशा के द्वार गृह स्वामी को लक्ष्मी, ऐश्वर्य, पारिवारिक सुख एवं वैभव प्रदान करते हैं जबकि नकारात्मक दिशा में मुख्य द्वार जीवन में समस्याओं को उत्पन्न कर सकते हैं। अत: भवन का मुख्य द्वार बनाते समय निम्र सावधानियां बरतें:
 * यथासंभव, पूर्व एवं उत्तर मुखी भवन का मुख्य द्वार पूर्वोत्तर अर्थात ईशान कोण में पश्चिम मुखी भवन में पश्चिम उत्तर के कोण में और दक्षिण मुखी भवन में द्वार दक्षिण-पूर्व में होना चाहिए।
 
 * यदि किसी कारणवश आप उपरोक्त दिशा में मुख्य द्वार का निर्माण न कर सकें तो भवन के मुख्य (आंतरिक) ढांचे में प्रवेश के लिए उपरोक्त में से किसी एक दिशा को चुन लेने से भवन के मुख्य द्वार का वास्तुदोष समाप्त हो जाता है।
 
 * नए भवन के मुख्य द्वार में किसी पुराने भवन की चौखट, दरवाजे कंडिय़ों की लकड़ी का प्रयोग न करें। मुख्य द्वार आपके भवन के सभी दरवाजों से बड़ा होना चाहिए और इसमें किसी प्रकार का कोई अवरोध नहीं होना चाहिए। ध्यान रखें कि घर का कोई सदस्य द्वार से प्रवेश करते समय या बाहर जाते समय किसी प्रकार की असुविधा का अनुभव न करें।
 
 * मुख्य द्वार का आकार आयताकार रखें। इसके सभी कोण आड़े, तिरछे,न्यून या अधिक कोण न होकर समकोण हों। साथ ही यह त्रिकोण, गोल, वर्गाकार या बाहुभुज की आकृति का न हो। विशेष ध्यान दें कि कोई भी द्वार, विशेष कर मुख्य द्वार खोलते या बंद करते समय कर्कश ध्वनि पैदा न करे। जमीन पर घिसटकर या टकरा कर चलनेवाले दरवाजे घर में कलह पैदा करते हैं। प्रयास करें कि दरवाजे भीतर को खुलने वाले हों क्योंकि बाहर की ओर खुलने वाले दरवाजे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं।
 
 * आजकल बहुमंजिली इमारतों ने आवास की समस्या को काफी हद तक हल कर दिया है जहां तक इन भवनों में मुख्य द्वार का संबंध है इस विषय को लेकर कई तरह की भ्रांतियां हैं, क्योंकि ऐसे भवनों में एक या दो मुख्य द्वार न होकर अनेक द्वार होते हैं जैसे कि चारदीवारी का मेन गेट, अपने ब्लाक में आने का द्वार, लिफ्ट अथवा सीढिय़ों का प्रथम दिशा, ऊपर की मंजिलों के दोनों ओर के फ्लैटों के बीच का कारीडोर। अब ऐसी स्थिति में किस द्वार को मुख्य द्वार मानें यह एक समस्या है। फ्लैट में अंदर आने वाला आपका अपना दरवाजा ही आपका मुख्य द्वार होगा।
 
 * यहां एक विशेष तथ्य यह है कि जिस तरह प्लाट सिस्टम में भवन का मुख्य द्वार जिस दिशा में होगा उस भवन में उसी दिशा की ओर दरवाजे खिड़कियां आदि ज्यादा से ज्यादा रखे जा सकेंगे व उसी के अनुसार उस भवन के मुख की दिशा का भी निधार्रण होगा।
 
 मुख्य प्रवेश द्वार के प्रभाव
 * मुख्य द्वार अगर उत्तर या पूर्व दिशा में स्थित है तो यह आपके लिए समृद्धि और प्रसिद्धि लेकर आता है।
 
 * प्रवेश द्वार अगर पूर्व व पश्चिम दिशा में है तो ये आपको खुशियां व सम्पन्नता प्रदान करता है।
 
 * यदि प्रवेश द्वार उत्तर व पश्चिम दिशा में है तो ये आपको समृद्धि तो प्रदान करता ही है यह भी देखा गया है कि यह स्थिति भवन में रहने वाले किसी सदस्य का रुझान अध्यात्म में बढ़ा देता है।
 
 * भवन का मुख्य द्वार अगर पूर्व दिशा में है तो वह बहुमुखी विकास व समृद्धि प्रदान करता है।
 
 * वास्तु के अनुसार अगर आपके भवन का प्रवेश द्वार केवल पश्चिम दिशा में है तो यह आपके व्यापार में लाभ तो देखा मगर यह लाभ अस्थायी होगा।
 
 * किसी भी स्थिति में दक्षिण-पश्चिम में प्रवेश द्वार बनाने से बचें। इस दिशा में प्रवेश द्वार होने का मतलब है परेशानियों को आमंत्रण देना।   

सोमवार, 29 अगस्त 2016

आपको दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है अगर शाम को करते है ये काम




शास्त्रों में शाम का विशेष महत्व बताया गया है। माना जाता है कि शाम को कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो महालक्ष्मी सहित सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त की जा सकती है। शाम को पूजा आदि कर्म तो सभी करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे काम भी बताए गए है जो शाम को नहीं करना चाहिए। वरना महालक्ष्मी हमारा घर छोड़ सकती हैं। लक्ष्मी कृपा के बिना दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है। यहां जानिए 8 ऐसे काम जो शाम को नहीं करना चाहिए...

1. तुलसी के पास दीपक जलाएं लेकिन जल न चढ़ाएं : रोज शाम को तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने पर घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तुलसी में जल चढ़ाने के लिए सुबह का समय श्रेष्ठ रहता है। शाम के समय तुलसी में न तो जल चढ़ाना चाहिए और ना ही पत्ते तोड़ना चाहिए। शाम को तुलसी को छूना भी नहीं चाहिए।

2. शाम को झाड़ू नहीं लगाना चाहिए : ध्यान रखें कि शाम को झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने पर घर से सकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है और घर में दरिद्रता आती है। शाम से पहले ही घर साफ कर लेना चाहिए।


3. स्त्री का अपमान न करें : शाम के समय किसी भी परिस्थिति में किसी स्त्री का अपमान नहीं करना चाहिए। घर के अंदर हो या बाहर स्त्रियों से हमेशा ही सही ढंग से व्यवहार करना चाहिए। स्त्रियों का अपमान करना पाप माना गया है और जो लोग ये पाप करते हैं वे कभी सुखी नहीं रह पाते हैं।



4. बुराई और चुगली न करें : दूसरों की बुराई करना या चुगली करना भी पाप ही है। इस काम से हमेशा बचना चाहिए। विशेष रूप से शाम के समय किसी बुराई या चुगली न करें। कुछ लोगों को दूसरों की बुराई करने में आनंद मिलता है लेकिन ऐसा करने से हमें कोई लाभ नहीं मिलता है बल्कि समाज में हमारी ही इज्जत कम होती है।



5. क्रोध न करें : जो लोग बहुत अधिक गुस्सा करते हैं वे खुद के स्वास्थ्य को तो नुकसान पहुंचाते हैं साथ ही दूसरों को भी दुख देते हैं। कभी-कभी क्रोध में ऐसी बातें भी कह दी जाती हैं जिनसे परेशानियां और अधिक बढ़ जाती हैं। किसी भी प्रकार क्रोध को काबू कर लेना चाहिए। क्रोध करेंगे तो घर में अशांति बढ़ जाएगी। शाम को लक्ष्मी पृथ्वी का भ्रमण करती हैं और ऐसे में हमारे घर में अशांति होगी तो लक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं हो पाएगी।



 6. सोना नहीं चाहिए : शाम को सोना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। जो लोग शाम को नियमित रूप से सोते हैं वे मोटापा का शिकार हो सकते हैं। जो लोग बीमार हैं, बुजुर्ग हैं, जो स्त्री गर्भवती है, वह शाम के समय सो सकती है। स्वस्थ लोगों को शाम को सोना नहीं चाहिए वरना आलस्य बढ़ेगा। जिन घरों में लोग शाम को सोते हैं वहां लक्ष्मी निवास नहीं करती हैं।



7. प्रेम-प्रसंग से बचें : पति-पत्नी को शाम के समय संबंध नहीं बनाने चाहिए। इस काम के लिए रात का समय ही सर्वश्रेष्ठ रहता है। शाम को घर का वातावरण धार्मिक और पवित्र बनाए रखना चाहिए। संबंध बनाने के बाद शरीर की पवित्रता खत्म हो जाती है इसीलिए शाम को इस काम से बचें।



8. नशा न करें : कई लोगों की आदत होती है कि वे शाम को नशा करते हैं ये गलत आदत है। नशा कभी भी लाभदायक नहीं हो सकता है इसकी वजह से शरीर कमजोर होता है। साथ ही घर की शांति भी खत्म हो जाती है। नशे की हालत में सोचने-समझने की शक्ति खत्म हो जाती है और व्यक्ति सही-गलत का फर्क भी भूल जाता है। इसीलिए नशा नहीं करना चाहिए।

किस प्रकार हो सकती है लक्ष्मी जी आप से खुश



(1) लक्ष्मीजी के किसी भी मंत्र का जप बुधवार या शुक्रवार से शुरू करें तथा नित्य कमल गट्टे की एक माला ( 108 बार) जाप करें।
(2) विष्णुसहस्रनाम तथा श्रीसूक्त का एक-एक पाठ नियमित करें तथा श्री लक्ष्मीजी को गुलाब या कमल पुष्प चढ़ाएं।

(3) अपने वरिष्ठ व्यक्तियों का सम्मान करें। घर-परिवार में सबसे प्रेम-व्यवहार करें।
(4) प्रात: जल्दी उठकर घर की सफाई करें तथा स्नानादि कर अपना पूजन-जप इत्यादि कर दिन की शुरुआत करें। जहां सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सोते हैं, वहां धन नहीं आता। दुर्गंधयुक्त स्थान तथा अशुद्ध स्थान पर लक्ष्मी नहीं ठहरती।
(5) गाय-कुत्ता, भिखारी को यथासंभव खाना इत्यादि दें। न दे सकें तो भी उन्हें दुत्कारें नहीं।
(6) घर में कूड़ा-करकट, अटाला इत्यादि जमा न होने दें। समय-समय पर सफाई करें।

(7) संध्या के पश्चात झाड़ू-बुहारी न करें। यदि करें तो कचरा घर के बाहर न फेंकें।
(8) झाडू संभालकर रखें तथा खड़ी न रखें। ऐसी रखें कि किसी की नजर उस पर न पड़े। झाड़ू को कभी उलांघें नहीं, न ही पैर की ठोकर लगे।
(9) कपड़े स्वच्छ व धुले हुए हों। इत्र-सेंट का प्रयोग अवश्य करें
11) पूजन यदि नित्य करते हैं तो समय व स्थान निश्चित रखें। 10-15 मिनट से ज्यादा का फर्क न हो। ऐसा होने पर देवता शाप दे देते हैं।
12) ईशान दिशा में गंदगी न होने दें।
(13) घर-दुकान-फैक्टरी आदि में उत्तर, पूर्व, ईशान खुली हो तथा इन दिशाओं में सुगंधित पुष्प वाले तथा तुलसी के पौधे लगाएं।

(14) दक्षिण-नैऋत्य, पश्चिम में कोई गड्ढा, बोरिंग, हौज इत्यादि न हो तथा जहां भी वास्तुदोष हो, वहां एक स्वस्तिक बना दें। हमेशा बाथरूम में नल इत्यादि से पानी न टपके, ध्यान रखें।

गुप्त रूप से करे यह कार्ये पूरी होगी सभी मनोकामना




किसी भी आवश्यक कार्य के लिए घर से निकलते समय घर की दहलीज के बाहर पूर्व दिशा की ओर एक मुट्ठी घुघंची को रख कर अपना कार्य बोलते हुए उस पर दम लगा कर पैर रख कर कार्य हेतु निकल जाएं। अवश्य ही कार्य में सफलता मिलती है।

वास्तु शुद्धि हेतुअचूक उपाय



आप पूरे घर के अंदर सप्ताह में एक या दो बार नीम के पत्ते की धूनी जलाएं। इससे जहां एक और सभी तरह के जीवाणु नष्ट हो जाएंगे वहीं पर आप के घर का वास्तुदोष भी समाप्त हो जाएगा।

धन समृद्धि हेतु अचूक उपाय




अगर आप  प्रत्येक शनिवार की शाम को पीपल की पूजा करके धूप और दीप जलाएगे । तो इस उपाय से आपके  जीवन में धन और समृद्दि के मार्ग खुल जाएंगे और शनिदोष भी समाप्त हो जाएगा।   

किया-कराया समाप्त करने का सरल उपाय



आपको लगता है कि आपके घर में किसी ने कुछ तंत्र कर रखा है तो जावित्री, गायत्री और केसर लाकर उसे कूटकर मिला लें। इसके बाद उसमें उचित मात्रा में गुग्गल मिला लें। अब इस मिश्रण की धूप घर में प्रतिदिन शाम को करें । ऐसे 21 दिन तक ऐसा करेंगे तो तांत्रिक अभिकर्म हट जाएगा।

धनवान बनने का सिद्ध व सरल उपाय



अगर आप रात्रि काल के समय रसोई समेटने के बाद चांदी की कटोरी में लौंग तथा कपूर रसोई में जला दिया करें। यह कार्य नित्य प्रतिदिन करेंगे तो धन-धान्य से आपका घर भरा रहेगा। धन की कभी कमी नहीं होगी। 

पति-पत्नी के बीच तनाव को दूर करने के लिए करें यह प्रमाणित उपाय






 रात को सोते समय पत्नी अपने पति के तकिये में सिंदूर की एक पुड़िया और पति अपनी पत्नी के तकिये में कपूर की 2 टिकियां रख दें। प्रातः होते ही सिंदूर की पुड़िया घर से बाहर कही उचित स्थान पर फेंक दें तथा कपूर को निकाल कर शयन कक्ष में जला दें। इससे आपस में प्रेम बढ़ता है। 

भाग्य चमकाने के लिए करें चमत्कारी उपाय



पानी में कर्पूर के तेल की कुछ बूंदों को डालकर नहाएं। यह आपको तरोताजा तो रखेगा ही आपके भाग्य को भी चमकाऐंगा। यदि इस में कुछ बूंदें चमेली के तेल की भी डाल लेंगे तो इससे राहु, केतु और शनि का दोष नहीं रहेगा, लेकिन ऐसे सिर्फ शनिवार को ही करें।

रविवार, 28 अगस्त 2016

छोटे छोटे से उपाय जो बदल सकते है आपकी किस्मत और होगी लक्ष्मी जी की कृपा



-शुक्रवार को दक्षिणावर्ती शंख में जल भर कर घर में छिड़कने से लक्ष्मीजी द्वार खोलकर आयेंगी।

-21 बत्ती का दिया जलाकर 21 लड्डू का भोग लगाकर 5 लड्डू मां लक्ष्मीजी के चरणों में रखकर बाकी के लड्डू कन्या में  बांटें। आपको अपार धन मिलेगा।

-अगर रास्ते में कहीं भी हाथी दिखे तो उसे प्रणाम करने से भी धन आगमन के स्रोत बढ़ेंगे।


-अष्टदल कमल पर एकाक्षी नारियल की स्थापना करें।'' ओम एं ह्रीं श्रीं गणपतये नम:'' मंत्र 108 बार जपें। फिर  नारियल  को रेशमी वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रखने से धन आगमन होगा।


-अर्क गणपति की स्थापना करके 8 अर्क के फूल चढ़ाने से भी लक्ष्मी जी दौड़ी चली आयेंगी।


-कर्ज़ चुकाने के लिये 5 नारियल गणपति जी पर चढ़ायें। ''ओम गणेश ऋणं छिंदी मंत्र'' और'' ऋण विमोचन गणपति स्त्रोत'' का  पाठ करें।

पाँच दिन के पाँच उपाय खोलेंगे आपकी किस्मत का ताला




-नारियल को चमकीले कपड़े में बांधकर अपने पूजा घर या तिजोरी में रखने से भी धन-वृद्धि होती है।
२ -वेतन मिलने पर, कैश वेतन घर लाकर पूजा स्थान में रखें। ऐसा करने से भी धन आगमन के योग बनेंगे।
३ -आर्थिक तरक्की के लिए घर में ख़राब इलेक्ट्रॉनिक सामान न रखें। नल का पानी खुला न छोड़ें।
४-अगर नल से पानी बहता हो तो उसे तुरंत ठीक करायें। शनिवार को घर से मकड़ी के जाले हटाने और साफ सफाई करने से भी लक्ष्मी जी का घर में आगमन होता है।
५ -घर में जितने दरवाजें हों, उनमें तेल डालते रहें। ध्यान रखें कि कोई दरवाजा खोलते समय आवाज़ न हो।

शनिवार, 27 अगस्त 2016

जानिए क्या कहते है आपके सपने और कैसे देते है धन प्राप्ति के संकेत आपको




1-   अगर आपके शरीर के दाहिने भाग में या सीधे हाथ में लगातार खुजली हो तो समझ लेना चाहिए कि आपको धन लाभ होने वाला है।
2- यदि कोई सपने में देखे कि उस पर कानूनी मुकदमा चलाया जा रहा है जिसमें वह निर्दोष छूट गया है तो उसे अतुल धन संपदा की प्राप्ति होती है।
3- लेन-देन के समय यदि पैसा आपके हाथ से छूट जाए तो समझना चाहिए कि धन लाभ होने वाला है।
4- जो व्यक्ति सपने में मोती, मूंगा, हार, मुकुट आदि देखता है, उसके घर में लक्ष्मी स्थाई रूप से निवास करती है।
5- जिसे स्वप्न में कुम्हार घड़ा बनाता हुआ दिखाई देता है उसे बहुत धन लाभ होता है।
6- दीपावली के दिन यदि कोई किन्नर संज-संवर कर दिखाई दे तो अवश्य ही धन लाभ होता है। ये धन लाभ अप्रत्याशित रूप से होता है।

7- सोकर उठते ही सुबह-सुबह कोई भिखारी मांगने आ जाए तो समझना चाहिए कि आपके द्वारा दिया गया पैसा (उधार) बिना मांगे ही मिलने वाला है। इसलिए भिखारी को अपने द्वार से कभी खाली हाथ नहीं लौटाना चाहिए।
8- यदि कोई सपने में स्वयं को कच्छा पहनकर कपड़े में बटन लगाता देखता है तो उसे धन के साथ मान-सम्मान भी मिलता है।
9- यदि कोई स्वप्न में किसी को चेक लिखकर देता है तो उसे विरासत में धन मिलता है तथा उसके व्यवसाय में भी वृद्धि होती है।

10- गुरुवार के दिन कुंवारी कन्या पीले वस्त्रों में दिख जाए तो इसे भी शुभ संकेत मानना चाहिए। ये भी धन लाभ होने के संकेत है।
11- अगर आप धन संबंधित काम के लिए कहीं जाने के लिए कपड़े पहन रह हैं और उसी समय आपकी जेब से पैसे गिरें तो यह आपके लिए धन प्राप्ति का संकेत है।
12- यदि कोई सपने में दियासलाई जलाता है तो उसे अनपेक्षित रूप से धन की प्राप्ति होती है।
13- सपने में अगर किसी को धन उधार देते हैं तो अत्यधिक धन की प्राप्ति होती है।
14- कहीं जाते समय नेवले द्वारा रास्ता काटना या नेवले का दिखना शुभ संकेत होता है। नेवला दिखना धन लाभ का संकेत होता है। आप सोकर उठे हों और उसी समय नेवला आपको दिख जाए तो गुप्त धन मिलने की संभावना रहती है।
15- सपने में यदि गर्दन में मोच आ जाए तो भी धन लाभ होता है। यदि पका हुआ संतरा देंखे तो शीघ्र ही अतुल धन-संपत्ति प्राप्त होती है।
16- शुक्रवार के दिन कपिला गाय (केसरिया रंग की) के दर्शन होना भी बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा हो जाए तो समझना चाहिए कहीं से अचानक धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं।
17- जो व्यक्ति सपने में फल-फूलों का भक्षण करता है उसे धन लाभ होता है। जो स्वप्न में ध्रुमपान करता है उसे भी धन प्राप्ति होती है।
18- कुत्ता यदि अचानक धरती पर अपना सिर रगड़े और यह क्रिया बार-बार करे तो उस स्थान पर गढ़ा धन होने की संभावना होती है।
19- यदि यात्रा करते समय किसी व्यक्ति को कुत्ता अपने मुख में रोटी पूड़ी या अन्य कोई खाद्य पदार्थ लाता दिखे तो उस व्यक्ति को धन लाभ होता है।
20- जो व्यक्ति सपने में मूत्र, वीर्य, विष्ठा व वमन का सेवन करता है, वह निश्चित ही महाधनी हो जाता है।
 यदि कोई व्यक्ति सपने में अपनी प्रेमिका से संबंध विच्छेद कर लेता है, तो उसे विरासत में धन की प्राप्ति होती है।

21- यदि कोई यात्री घर को लौट रहा हो और गधा उसके बाईं ओर रेंके तो उसे थोड़े समय बाद धन लाभ होता है।
 यदि किसी व्यक्ति को किसी गांव, नगर अथवा मकान में प्रवेश करते समय सुअर अपनी दाहिनी ओर दिख जाए तो उसे लाभ मिलता है।

22- जिसे सपने में ऊंट दिखाई देता है, उसे अपार धन लाभ होता है। स्वप्न में हरी-फुलवारी तथा अनार देखने वाले को भी धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
24- सपने में यदि गड़ा हुआ धन दिखाई दे, तो उसके धन में अतुलनीय वृद्धि होती है।
25- बैंक में पैसे जमा करने जाते समय अगर रास्ते में गाय आ जाए तो आपके धन संबंधित सभी काम पूरे होते हैं।
26- जो व्यक्ति सपने में स्वयं को केश विहीन (गंजा) देखता है, उसे अतुल्य धन की प्राप्ति होती है।
27- जो सपने में खेत में पके हुए गेहूं देखता है, वह शीघ्र ही धनवान बन जाता है।
28- सपने में जिसके दाहिने हाथ में सफेद रंग का सांप काट ले, उसे बहुत से धन की प्राप्ति होती है।
29- यदि कोई सपने में अपने सीने को खुजाता है तो उसे विरासत में संपत्ति मिलती है।
30- यदि कोई सपने में आंख खुजाता है तो धन लाभ होता है।

शुक्रवार, 26 अगस्त 2016

गणेश जी की पूजा किस प्रकार दिलायेगी आपको हर विघ्न -बाधा में सफलता



अगर आपके काम में बार -बार विघ्न-बाधा आ रही हो तो गणेश जी को 4 नारियल की माला चढ़ाने से सारे विघ्न -बाधा देखते ही देखते दूर हो  जायेंगे और आपको काम में सफलता मिलेगी।

लक्ष्मी जी कैसे होती है अतिशीघ्र प्रसन्न जानिए यह प्रमाणित उपाय

महीने में 2 बार किसी भी दिन उपले पर लोबान रख कर जलायें। फिर लोबान को घर के   चारों ओर घुमा दें। लक्ष्मी जी  को लोबान की सुगंध बहुत प्रिय है। सुगंध से खिंची चली आयेंगी लक्ष्मी जी।

गुरुवार, 25 अगस्त 2016

एक छोटा सा उपाय दिलाता है आमदनी के नए स्त्रोत




किसी भी रात को 3 से 5 बजे के बीच उठें और अपने घर के उस स्थान पर  जायें जहां से खुला  आसमान दिखता हो पश्चिम की ओर मुख करके दोनों हाथ आसमान की ओर उठा कर लक्ष्मी जी से धन की भिक्षा मांगें।  फिर दोनों हथेलियों को मुंह की ओर फेर लें। कुछ दिनों में आमदनी के स्रोत बढ़ने लगेंगे। यह उपाय आप  किसी भी दिन से भी शुरु कर सकते हैं।

बुधवार, 24 अगस्त 2016

इन मंत्रो के जप से आप अपने जीवन की कुछ समस्याओ को काफी हद तक दूर कर सकते है।



यदि आप मंत्र जप के समय पूर्ण विश्वास और श्रद्धा से करते है क्यकि मंत्र आस्था से जुड़ा है और यदि आपका मन इन मंत्रों को स्वीकार करता है तभी इसका जाप करें। मंत्र जप करते समय शांत चित्त रहने का प्रयास करें। किसी भी मंत्र के जाप से पूर्व संबंधित देवता व गणपति के ध्यान के साथ गुरु का ध्यान, स्मरण और पूजन आवश्यक है। यदि कोई गुरु न हो तो जिस ग्रंथ से आपको मंत्र प्राप्त हुए हैं उस ग्रंथ के लेखक को अथवा शिव को मन में ही प्रणाम करें। आगे आइए जानें, किस समस्या के लिए कौन से मंत्र का जाप करना फलदायक होता है। आंखें यथासंभव बंद रखें और ध्यान दोनों आंखों के मध्य ही केन्द्रित रखें। वातावरण को अगरबत्ती, धूप या सुंगंधित पदार्थों का प्रयोग करके सुगंधित रखें। दोनों कानों के पीछे इत्र या परफ्यूम लगा लें।ईश्वर और स्वयं पर विश्वास आवश्यक करें
जानिए, कब किस मंत्र का जाप करें
कभी-कभार ऐसा होता है कि आपकी गलती न होने पर भी उस कर्म के लिए आपको ही जिम्मेदार ठहराया जाता है। बेवजह के लांछन से आपका मन परेशान हो उठता है। ऐसे में इस मंत्र का जाप आपको इस समस्या से मुक्ति दिला सकता है।
ॐ ह्रीं घृणी: सूर्याय आदित्य श्रीं ॐ ह्रौं जूँ सः क्लीं क्लीं क्लीं ।।
किसी ग्रह के फेर, भय और शंका से आप घिरे रहते हैं। ऐसे में जब कोई अपना घर से निकलता है तो अनिष्ट की आशंका मन में सताने लगती है। इस वक्त भगवान का स्मरण करते हुए आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं।
ॐ जूँ सः (पूरा नाम) पालय पालय सः जूँ ॐ ॐ ॐ।।
यदि आप किसी मुसीबत में पड़े हों और आपको न चाहते हुए भी मौत का भय सता रहा हो तो इस मंत्र का जाप करना शुरू कर दें
ॐ ह्रौं जूँ सः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
यदि आप अपने करियर में खुद को आगे बढ़ते देखना चाहते हैं तो इस मंत्र का जाप फलदायक साबित हो सकता है।
ॐ भूर्भुव: स्वः। तत्सवितुर् वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो योनः प्रचोदयात् क्लीं क्लीं क्लीं क्लीं ।।
जब किसी भी कारणों से मन खिन्न हो और आपका मन आपके कंट्रोल में न आ रहा हो तो यह मंत्र आपको शांति प्रदान करेगा
ॐ द्यौः शान्तिरन्तरिक्षं शान्तिः पृथ्वी शान्तिरापः शान्तिरोषधयः शान्तिः वनस्पतयः शान्तिर्विश्वेदेवाः शान्तिर्ब्रह्म शान्तिः सर्वं शान्तिः शान्तिरेव शान्तिः सा मा शान्तिरेधि ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
कोई बड़ी डील बनते-बनते बिगड़ने की कगार पर हो या फिर कोई नुकसान का भय हो तो इस मंत्र का जाप करें
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि देवि परं सुखम् रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि ॥
इम्तिहान अच्छा तो हुआ, लेकिन इसमें कामयाब होने के लिए अब भी कुछ करना चाहते हों तो यह पढ़ें।
‘ ऐं ह्रीं ऐं विद्यावन्तं यशस्वन्तं लक्ष्मीवन्तञ्च मां कुरु रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि ऐं ऐं ऐं’

इन मंत्रो के जप से आप अपने जीवन की कुछ समस्याओ को काफी हद तक दूर कर सकते है।








शंकर जी का सर्व शुख व सम्रद्धि प्रदान करने वाला अति दुर्लभ और सफल स्त्रोत्र -जो बनायेगा आपके सभी बिगड़े काम






शंकर जी का सर्व शुख व सम्रद्धि प्रदान करने वाला अति दुर्लभ और सफल स्त्रोत्र -जो बनायेगा आपके सभी बिगड़े काम
विश्वेश्वराय नरकार्णवतारणाय
कर्णामृताय शशिशेखरधारणाय।
कर्पूरकांतिधवलाय जटाधराय
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय ॥1॥

गौरीप्रियाय रजनीशकलाधराय
कालान्तकाय भुजंगाधिपकङ्कणाय।
गङ्गाधराय गजराजविमर्दनाय ॥
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय ॥2॥

भक्तिप्रियाय भवरोगभयापहाय
उग्राय दुर्गभवसागरतारणाय।
ज्योतिर्मयाय गुणनामसुनृत्यकाय ॥
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय॥3॥

चर्माम्बराय शवभस्मविलेपनाय
भालेक्षणाय मणिकुण्डलमण्डिताय।
मञ्जीरपादयुगलाय जटाधराय ॥
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय॥4॥

पञ्चाननाय फणिराजविभूषणाय
हेमांशुकाय भुवनत्रयमण्डिताय।
आनंतभूमिवरदाय तमोमयाय ॥
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय ॥5॥

भानुप्रियाय भवसागरतारणाय
कालान्तकाय कमलासनपूजिताय।
नेत्रत्रयाय शुभलक्षणलक्षिताय ॥
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय ॥6॥

रामप्रियाय रघुनाथवरप्रदाय
नागप्रियाय नरकार्णवतारणाय।
पुण्येषु पुण्यभरिताय सुरार्चिताय॥
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय ॥7॥

मुक्तेश्वराय फलदाय गणेश्वराय
गीतप्रियाय वृषभेश्वरवाहनाय।
मातङग्‌चर्मवसनाय महेश्वराय ॥
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय ॥8॥

वसिष्ठेन कृतं स्तोत्रं सर्वरोगनिवारणम्‌।
सर्वसम्पत्करं शीघ्रं पुत्रपौत्रादिवर्धनम्‌।
त्रिसंध्यं यः पठेन्नित्यं स हि स्वर्गमवाप्नुयात्‌
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय ॥9॥

जन्माष्टमी के दिन होगी आपकी हर समस्या का समाधान जानिए कुछ अचूक व सरल उपाय




जन्माष्टमी के  दिन होगी आपकी हर समस्या का समाधान जानिए कुछ अचूक व सरल उपाय -

(1) जिन व्यक्तियों के जीवन में समस्याओं का अम्बार लगा हो तथा कोई रास्ता सूझता न हो, वे 'श्री कृष्ण: शरणं मम्' का जप करें तथा आर्त हृदय से भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना करें, अवश्य ही सुनवाई होगी।
2) घर में तनाव, अशांति, स्वास्थ्य की समस्या हो तो 'क्लीं ऋषिकेशाय नम:' की 51 माला करें।

(3) आर्थिक समस्या आदि के लिए 'श्री गोपीजन वल्लभाय स्वाहा' जपें।

(4) विवाह समस्या या गृहस्थी की समस्या हो तो 'ॐ नमो भगवते रुक्मिणी वल्लभाय स्वाहा' जपें।

(5) ईष्ट सिद्धि के लिए 'श्रीकृष्णाय नम:' का जप करें।
6) सौभाग्य वृद्धि, सुख-शांति तथा मोक्ष के लिए 'ॐ ऐं श्रीं क्लीं प्राणवल्लभाय सौ: सौभाग्यदाय श्रीकृष्णाय स्वाहा' का जप करें।

(7) संतान सुख प्राप्त करने हेतु निम्न मंत्र का जप तथा लड्डू गोपाल का पंचामृत से अभिषेक करें।

मंत्र-

'ॐ देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते।
दे‍हि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।'

संतान प्राप्ति के लिए इससे अच्छा मंत्र यही है। 'तनयं' शब्द के उच्चारण में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
(8) धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष प्राप्ति के लिए 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' का जप करें।

उपरोक्त मंत्र का मानसिक जप हमेशा तथा हर जगह किया जा सकता है। जप माला तुलसी की तथा आसन कुश का प्रयोग करें। चंदनादि प्रयोग करें। प्रसाद में पंचामृत में तुलसी-मिश्रित करें। स्वयं तुलसी की माला तथा श्वेत वस्त्र धारण करें। पीताम्बर भी चल सकता है। पंजीरी का प्रसाद वितरण करें। सात्विक भोजन करें, ब्राह्मण भोजन साधना के फल को द्विगुणित करता है।








सोमवार, 22 अगस्त 2016

जन्माष्टमी पर करें उत्तम संतान प्राप्ति का प्रमाणित व अचूक उपाय








यदि आप संतान की इच्छा रखते हैं तो जन्माष्टमी पर नीचे लिखे मंत्र का विधि-विधान पूर्वक जाप करें। इस उपाय से संतान प्राप्ति के योग बन सकते हैं।

मंत्र- ऐं क्लीं देवकी सुत गोविंद, वासुदेव, जगत्पते।
देहि में तनय कृष्ण, त्वाम अहं शरणं गत: क्लीं।।

जाप विधि-
जन्माष्टमी को सुबह या शाम के समय कुश के आसन पर बैठकर इस मंत्र का जाप करें। सामने बालगोपाल की मूर्ति या चित्र अवश्य रखें और मन में बालगोपाल का स्मरण करें। कम से कम 5 माला जाप अवश्य करें। जाप के बाद माखन-मिश्री का भोग लगाएं और स्वस्थ व सुंदर संतान के लिए भगवान से प्रार्थना करें।

किस तरह एक छोटा सा उपाय आपको बना सकता है धनवान


किस तरह आप एक छोटे से उपाय को जन्माष्टमी से शुरू कर 27 दिन तक लगातार नारियल व बादाम किसी कृष्ण मंदिर में दान करने से सभी इच्छायों की पूर्ति होती है।                          
  
सुख-समृद्धि पाने के लिए जन्माष्टमी पर पीले चंदन या केसर में गुलाब जल मिलाकर माथे पर टीका अथवा बिंदी लगाएं। ऐसा रोज करें। इस उपाय से मन को शांति प्राप्त होगी और जीवन में सुख-समृद्धि आने के योग बनेंगे।  

धनवान बनने के लिए जन्माष्टमी पर करे सरल उपाय






धनवान बनने के लिए जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को सफेद मिठाई अथवा खीर का भोग लगाएं।और इसमें तुलसी के पत्ते अवश्य डालें। इससे भगवान श्रीकृष्ण जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं।

कभी न होगी धन की कमी अगर करे जन्माष्टमी पर लक्ष्मी प्राप्ति का दिव्या व अचूक उपाय

 

जन्माष्टमी के दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें। इस उपाय से मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है और साधक धन-ऐश्वर्य से संपन्न हो जाता है।

किस एक मंत्र द्वारा प्राप्त होगी लक्ष्मी जी की असीम कृपा





किसी भी कृष्ण मंदिर में जाकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र की 11 मालाओं का जप करें। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण को पीला वस्त्र व तुलसी के पत्ते अर्पित करें।जिससे आपको श्रीकृष्ण जी की असीम कृपा प्राप्त होगी।

मंत्र:- क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरि: परमात्मने प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:

जन्माष्टमी के दिन किस चीज का और कैसे करे दान की प्राप्त होगी लक्ष्मी जी की कृपा




भगवान श्रीकृष्ण को पीतांबरधारी भी कहते हैं, जिसका अर्थ है पीले रंग के कपड़े पहनने वाला। इस दिन पीले रंग के कपड़े, पीले फल व पीला अनाज दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

कैसे प्राप्त होगी श्रीकृष्ण की असीम कृपा और होगा घर में सुख-समृद्धि का स्थायी वास होगा।



जन्माष्टमी की शाम को तुलसी जी के पौधे पर गाय के घी का दीपक जगाएं और ॐ वासुदेवाय नम: मंत्र का उच्चारण करते हुए तुलसीजी की 11 परिक्रमा लगाएं। ऐसा करने से आपको श्रीकृष्ण की असीम कृपा प्राप्त होगी और घर में सुख-समृद्धि का स्थायी वास होगा।

जन्माष्टमी में करे धन प्राप्ति का अचूक उपाय


आप धन प्राप्ति के लिए जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते समय कुछ रुपए इनके पास रख दें। पूजन के बाद ये रुपए अपने पर्स में रख लें। यह उपाय करने से कभी भी आपका पर्स खाली नहीं रहेगा।और हमेशा आपका पर्स भरा रहेगा।

शुक्रवार, 19 अगस्त 2016

ऐसे गुजरेगा आपका अच्छा दिन और बनेगे सारे काम








आप सुबह प्रतिदिन नहाने के बाद एक सुंदर साफ बर्तन में ताजा पानी भरे और उसमे कुछ सफेद चमेली के फूल डालकर घर के मुख्य दरवाजे पर रख दे इसे इस प्रकार रखे कि जब भी आप घर से बाहर निकले तो आपकी नजर उस पानी पर जरुर पड़ जाये ऐसा करने से कुछ ही दिनों में आपके सारे बिगड़े हुए काम अपने आप बनने लगेंगे और आपकी सोई किस्मत भी जाग उठेगी।

श्री राधा -कृष्ण के मुकुट का मोरपंख इस प्रकार रख दे तिजोरी में कभी नही होगी धन की कमी




आज के युग में धन वैभव और शुख सम्रद्धि किस को नहीं चाहिए इसके लिए आपको एक छोटा सा उपाय करना चाहिए। धन  वृद्धि की कामना करते हुये  निवेदन पूर्वक नित्य पूजित  राधा - कृष्ण के मंदिर में उनके मुकुट में दो मोर पंख लगाकर उसकी  ४० दिन तक पूजा करें। ४० दिन तक पूजा करने के बाद उस मोर पंख को लाकर अपनी तिजोरी या लाकर में रख ले। ऐसा करने से धन सम्पति में वृद्धि होना प्रारम्भ हो जाएगी। और सभी प्रकार के रुके हुए कार्य भी इस प्रयोग के करने से बन जाते है।

विशेष कार्य की सिद्धि के लिए करें यह सरल और विशेष उपाय




यदि आप किसी विशेष कार्य के लिए घर से निकालते समय एक साबुत नींबू लेकर गाय के गोबर में दबा दे तथा उसके ऊपर थोड़ा सा कमिया सिंदूर छिड़क दे तब कार्य को बोलकर वहा चले जाये तो कार्य हर हाल में बन जायेगा।

धन आगमन की गति में तीव्र वृद्धि लाता है सरसो के तेल का उपाय


अगर आप के व्यापार  या नोकरी में मंदी आ गयी है। तो यह उपाय अवश्य करें।कि किसी साफ शीशी में सारसो का तेल भरकर उस शीशी को किसी तालाब या बहती नदी के जल में डाल दे शीघ्र ही मंदी का असर चला जायेगा और आप का व्यापार में जान आ जाएगी।

सभी रोगों -दोषो को समाप्त करता है हनुमान जी का यह प्रभावी उपाय



हनुमान जी की उपासना से निरोगी काया का आशीर्वाद मिलता है। इसके लिए सबसे सटीक पाठ है.  हनुमान बाहुक का पाठ करते समय एक  तांबे के लोटे में साफ जल भर कर अपने पास रख ले तब हनुमान बाहुक का पाठ करें  ऐसा लगातार २१ दिन तक हनुमान बाहुक का पाठ करें पाठ करने के बाद लोटे के पानी को रोगी को पिला दे ऐसा लगातार   २१ दिन   तक करने से कंठ रोग ,गठिया ,बात ,जोड़ो का दर्द जैसे रोग ठीक हो जाते है।

सोमवार, 15 अगस्त 2016

यदि शत्रु करे परेशान तो बजरंग बाण करता है इस समस्या का समाधान






अगर आप एकाग्रचित होकर २१ दिन तक विधि -विधान से बजरंग बाण का पाठ करते है तो आपको शत्रुओं से मुक्ति मिलती है बल्कि शत्रुओं को उनके किए गए गलत कार्यो का दंड भी दे देते है  हनुमान जी

सिर्फ सात दिन की साधना से पाएं अखण्ड लक्ष्मी का वरदान पीपल के नीचे करें यह चमत्कारी उपाय





अगर आप को अखण्ड लक्ष्मी का  वरदान चाहिए तो आपको सिर्फ एक उपाय करने से आपका जीवन बदल सकता है इसके लिए आपको अपना मुंह दक्षिण की ओर कर के सात दिन तक रोजाना पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर    १०८ बार हनुमान चालीसा   का पढ़े जिससे आपके धन के सभी द्वार खुल जायेगे।

सभी रुके अटके और बिगड़े काम बनाने के लिए मंगलवार को करें यह टोटका


मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला के साथ चमेली का तेल ,सिंदूर और चने के साथ सूरज मुखी के फूल चढ़ाए। इसके बाद में   ''   ९ पीपल     की पत्तियां'' लेकर चंदन की लकड़ी से उस पर श्री राम लिखकर हनुमान जी को चढ़ाए और बाद में हनुमान जी को  १०८ चक्कर लगाकर प्रार्थना करे आप के सारे बिगड़े काम चुटकी में बन जायेगे।


शनिवार, 13 अगस्त 2016

बिक्री बढ़ाने या व्यापार प्रगति का मंत्र




अगर आप के व्यवसाय में व्रद्धि नहीं हो रही है तो आप वट वृक्ष की लता को शनिवार को जाकर निमंत्रण दे आए और वृक्ष की जड़ के पास एक पान ,सुपारी ,एक रुपया रख आए फिर रविवार के दिन प्रातः काल जाकर उसकी एक जटा तोड़ लाए  परन्तु पीछे मुड़कर न देखे उस जटा को घर लाकर गुग्गल की धूनी दे तथा १०१ बार इस मंत्र का जप करें - '' ॐ नमो चण्ड अलसुर स्वाहाः  ''      ऐसा करने से आपके व्यापार में बिक्री बढ़ा जायेगी और आपको अधिक पैसे मिलने लगेंगे।

कर्ज से है परेशान -सिर्फ पांच गुलाब के फूल दिला सकते है कर्ज से मुक्ति




अगर आप कर्जे से परेशान है तो आप किसी भी दिन पांच गुलाब के खिले हुये फूलो को गायत्री मंत्र पढते हुए डेढ मीटर सफेद कपड़े में बांध दीजिये और इसे नदी में प्रवाहित कर दिजिये। जल्द ही कर्ज से मुक्ति मिलेगी।

श्री राम का नाम ही काफी है -धन लाभ के लिए -जाने यह रोचक उपाय




अगर आप धन लाभ चाहते है तो आप शनिवार के दिन पीपल के पत्ते पर राम लिखकर तथा उस पर कुछ मीठा रखकर हनुमान मंदिर में चढ़ाएं। इससे आपको धन लाभ होने लगेगा।

धन प्राप्ति के लिए शनिवार को गुप्त रुप से करें यह उपाय




आप शनिवार की शाम को सबूत उड़द की दाल के दाने पर थोड़ी सा दही और सिंदूर डालकर पीपल के नीचे रख आए वापस आते समय पीछे मुड़कर नही देखे। यह काम शनिवार को शुरू करे और ऐसा ७ शनिवार तक नियमित रुप से करें। ऐसा करने से आपको धन की प्राप्ति होने लगेगी।

यदि बनाना चाहते है खुद का घर तो करें हनुमान यह प्रभावी टोटका




यदि आप अपना घर बनाना चाहते है तो आप एक मिटटी के बर्तन में हनुमान जी को बूंदी में दो तुलसी की पत्ती रखकर भोग लगाये। भोग लगाने के बाद भोग गरीबो को दान कर दे. ऐसा करने से बहुत जल्दी आप का घर बन जायेगा।

दिन दूनी रात चौगुनी धन वृद्धि का अत्यन्त प्रभावशाली उपाय




आप रात को सोने से पहले व्यापारियों की तरह अपने पास नोटों की गड्डी की गिनती करके सोये तथा विनती करे की'' धन तुम सिर्फ मेरे पास आओ धन तुम किसी भी रास्ते से आओ जो रास्ता तुम्हे सही लगे तुम उस रास्ते से आओ धन तुम तीन गुना बढ़कर आओ'' ऐसा करने से आपको दिन दूना रात चौगुना धन मिलने लगेगा।

कपूर का यह सरल उपाय कराता है अचानक धन प्राप्ति




अचानक धन प्राप्ति के उपाय -  गुलाब के फूल में कपूर का टुकड़ा रखे शाम के समय फूल में रखा कपूर को जला दे और माँ दुर्गों की प्रतिमा पर चढ़ा दे इससे आपको अचानक धन लाभ मिल सकता है।

रोजगार प्राप्ति के लिए एक नीबूं से करें यह अमोघ उपाय



अगर आप को नौकरी या काम नही मिल रहा है। तो आप एक दाग रहित बड़ा नीबूं ले और चौराहे पर रात के १२ बजे से पहले जाकर उसके चार हिस्से कर ले और चारो हिस्सो को चारो दिशाओ में दूर -दूर फेक दे फल स्वरूप आप की बेरोजगारी की समस्या समाप्त हो जाएगी।

शुभः कार्यो में आने वाले विघ्न को दूर करने का मंत्र ---






प्रातः काल स्नान करके कच्चा सूत लेकर सूर्य देव के सामने मुँह करके खड़े हो जाएं। फिर सूर्य देव को नमस्कार करके      ''  ॐ हीं घणी सूर्य   ''     यह मंत्र बोलते हुए सूर्य देव को जल चढ़ाएं। जल में रोली ,चावल ,चीनी तथा लाल पुष्प डाल ले। इसके बाद कच्चे सूत को लेकर सूर्य देव की ओर मुँह करके   गणेश जी का स्मरण करते हुए सात गांठ लगाए इसके बाद इस सूत को किसी खोल में रखकर अपनी कमीज की जेब में रखे इससे आप के सारे  बिगड़े कार्य बनने लगेंगे।





गुरुवार, 11 अगस्त 2016

एक पान से करे यह उपाय शीघ्र होगी धन की देवी माता लक्ष्मी की कृपा




धन देवी लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए एक आसान उपाए है कि आप पान के पत्ते पर गुलाब की सात पंखुड़ियां रखकर उस पान के पत्ते , को धन की देवी लक्ष्मी जी पर चढ़ा दें। और उनसे अपनी शुख और सम्रद्धि की प्रार्थना करें जिससे आपको धन की प्राप्ति होगी।

समस्त आर्थिक इच्छाओ की पूर्ति करने वाले उपाय





सावन के महीने में भगवान शिव को  प्रतिदिन सुबह चावल तथा बिल्व पत्र चढ़ाए जिससे आपकी धन सम्बन्धित सभी समस्या दूर  हो जाएगी। और धन की प्राप्ति होगीं।