बुधवार, 27 जुलाई 2016

पुराणो में वर्णित है की यहाँ पर कैसे होती है सभी मुराद पूरी




भारत धर्म और कर्म की भूमि कहीं जाती है। यहाँ अनेक योद्धओं और विद्वानों ने जन्म लिया है। भारत के धार्मिक इतिहास और देवी -देवता के विदेशी श्रद्धालु भी मुरीद है। इस धरती से अनेक रोचक और धार्मिक घटनाएं जुड़ी है जो लोगो को आकर्षित करती है। भारत की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का बखान करते है जानते है इनके बारे में -
         ज्वालादेवी का मन्दिर -
  अखण्ड ज्योति के लिए प्रसिद्ध माँ ज्वाला देवी का मन्दिर भारत का रहस्य मयी मंदिर है जहाँ सदा बिना तेली -बत्ती के ज्योति जलती रहती है। हिमाचल प्रदेश में स्थित इस मन्दिर में पृथ्वी के गर्भ से निकल रही नै ज्वालाओ की पूजा होती है। बादशाह अकबर ने भी माँ के चमत्कारी स्वरूप के आगे हार मान ली थी। अकबर ने मन्दिर के प्रति अविश्वास की भावना से प्रज्वलित ज्योति को बुझाने के लिए नहर बनवाई ली. लेकिन अकबर के कोई भी प्रयास सफल नहीं हुए ,शीघ्र ही राजा को अपनी गलती का अहसास हो गया और उसने अपनी गलती को सुधारने के लिए माँ को स्वर्ण का छत्र चढ़ाने का प्रयास किया जिसे माँ ने स्वीकार नहीं किया और उसे धातु में परिवर्त्रित कर दिया। और यह विश्वास है की माँ के दरबार आने वाले हर भक्त की मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है।
कोणार्क का सूर्य मन्दिर -
    भगवान सूर्य को समर्पित उड़ीसा के कोणार्क सूर्य मन्दिर की अपनी एक अलग एवं अनोखी मान्यता है। कोणार्क का सूर्य मन्दिर सर्वाधिक प्रसिद्ध है। इस मंदिर को सूर्य देव के रथ का स्वरूप दिया गया है। मंदिर के आधार पर दोनों ओर एक जैसे पत्थर के २४ पहिये बनाये गए है। पहियो को खीचने के लिए ७ धोड़े बनाये गाए है। कोणार्क की सुंदरता का बखान करते हुए ''रविंद्रनाथ टैगोर ''ने लिखा था -कोणार्क ,जहाँ पत्थरो की भाषा मनुस्यो से श्रेष्ठ है। भारत के पास ये विश्व की धरोहर है।





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