रविवार, 31 जुलाई 2016

सावन के सोमवार को किस विधि से शिव जी का पूजन करने से पूरी होगी आप की मनोकामना




भगवान शिव जी को सावन मास अतिप्रिय है। इस दौरान बरसात का मौसम होता है. और वातावरण में शीतलता होती है। शिव जी जीवन में सुख ,सफलता ,शीतलता और सम्रद्धि लाने वाले देवता है।
वे अपने भक्त पर शीघ्र कृपा करते है अगर उनके प्रति सच्ची श्रद्धा हो तो वे अपने भक्त के हर कष्ट का निवारण कर सकते है।

      पूजन की विधि -


यूं तो हर दिन शिव का दिन है परन्तु सावन के सोमवार को उनकी पूजा से विशेष शुभ फल की प्राप्ति होती है। सम्पूर्ण सावन मास शिव जी की उपासना के लिए सबसे उत्तम समय माना गया है परन्तु सोमवार इनमे विशेष महत्वपूर्ण है। जानिए सोमवार को कैसे करें शिव जी का पूजन -

सावन के सोमवार को शिव जी का व्रत करने का विधान है। अगर किसी कारण से व्रत न कर सके तो पूजन मात्र से शिव जी प्रसन्न हो जाते है।

इस दिन गणेश जी ,शिव जी ,पार्वती जी और नंदी सहित सम्पूर्ण शिव परिवार की पूजा करनी चाहिए। पूजन में भगवान को जल ,चीनी ,दूध दही ,घी शहद ,पन्चामृत ,भांग ,मौली ,जनेऊ ,चंदन रोली ,चावल ,पुष्प ,दुर्वो ,विल्वपत्र ,आंक ,धतूरा चढ़ाना चाहिए।

प्रसाद पंचमेवा ,पान ,सुपारी ,लौंग ,इलायची ,कमलगट्टा आदि सामग्री से भगवान की पूजा करें। दक्षिणा चढ़ाए और दूप ,दीप करें।

कपूर और धुप -दीप से आरती उतारे। पूजा करने के बाद एक समय ही भोजन करें। सिर्फ सात्विक भोजन करें। भोजन में तामसी पदार्थ प्याज ,लहसुन ,मास -मदिरा आदि का उपयोग करने से व्रत व पूजन का पूण्य समाप्त हो जाता है।

भगवान शिव का प्रिय मंत्र         ॐ नमः शिवाय        का जाप करें। इसकी नित्य एक माला का जाप करने से जीवन में सुख व शांति का आगमन होता है।

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