बुधवार, 6 जुलाई 2016

गणेश जी के विभिन रूपों की पूजा का महत्व और जीवन में वृद्धि का चमत्कारी उपाय




सफेद आंकड़ा की जड़ से निर्मित श्री गणेश का विशेष महत्व है। श्री गणेश जी के इन रुपो को घर में स्थापित कर विधि -विधान से पूजा करने पर घर में पैसों की कमी नहीं होती है। -


                                                             
. मूंगा गणेश

मूंगा सिंदूरी रंग का एक रत्न होता है। इससे निर्मित श्री गणेश की प्रतिमा को पूजा स्थान पर स्थापित करने व नित्य पूजा करने से शत्रुओं का भय समाप्त हो जाता है साथ ही इससे बने श्री गणेश अपने भक्तों की हर मनोकामना  पूरी करते है।


पन्ने के गणेश

पन्ना भी हरे रंग का एक रत्न होता है। इससे निर्मित श्री गणेश की प्रतिमा की पूजा स्थान पर स्थापित कर विधि -विधान से पूजा करने पर बुद्धि व यश प्राप्त होता है। विद्यर्थियो के लिए पन्ने के गणेश जी की पूजा करना श्रेष्ठ होता है।

चांदी के गणेश


  जो लोग घन की इच्छा रखते है ,उन्हें चांदी से निर्मित गणेश प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए। इसे पूजा घर में स्थापित कर दूर्वा चढ़ाने से धन -सम्पति में वृद्धि होती है ,और धन का आगमन भी तेजी से होता है। इनकी पूजा करने से जीवन का सुख प्राप्त होता है।



चंदन की लकड़ी के गणेश


चंदन की लकड़ी से निर्मित श्री गणेश की प्रतिमा घर में कहीं भी स्थापित कर सकते है इससे घर में किसी प्रकार की विपदा नहीं आती साथ ही परिवार के सदस्यों में सामंजस्य बना रहता है व पारिवारिक माहौल खुशहाल रहता है।



पारद गणेश


घन -संपत्ति प्राप्ति के लिए पारद यानी पारे से निर्मित गणेश प्रतिमा की पूजा भी की जाती है। यदि किसी ने आपके घर पर या घर के किसी सदस्य पर तंत्र प्रयोग किया हो तो पारद गणेश की पूजा से उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।



बांसुरी बजाते गणेश


 यदि आप के घर में रोज क्लेश या विवाद होता है तो आपको बांसुरी बजाते हुये श्री गणेश की तस्वीर घर में स्थापित करना चाहिए। बांसुरी बजाते हुए श्री गणेश की पूजा करने से घर में सुख -शांति का वातावरण रहता है।



हरे रंग के गणेश


हरे रंग के श्री गणेश की पूजा करने से ज्ञान व बुद्धि की वृद्धि होती है। विद्यार्थियों को विशेष तौर पर हरे रंग के श्री गणेश की मूर्ति या तस्वीर की पूजा करनी चाहिए।













 

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