चांदी की बिना जोड़ वाली अंगूठी तर्जनी उंगली में पहन कर रहें।
घर के किसी कोने में चांदी का एक चौकोर टुकड़ा गाड़ देवें।
प्रतिदिन स्नानादि से निवृत होकर ना केसर का तिलक लगावें।
सरसों का दीपक देवमन्दिर में जलाय या उसकी व्यवस्था करें।
प्रतिदिन घर के बुजुर्गो के चरण छूकर उनमें आशीर्वाद ग्रहण करें।
रात को सोते समय सिरहाने एक गिलास में पानी भरकर रखें और सुबह उठकर बिना मुँह धोये उसे पी लें।
असली मूंगा रत्त्न का एक टुकड़ा हमेशा ही सिरहाने तकिया के नीचे रखकर रात में सोयें।
इन उपायों को करने से आप के ऊपर होगी माँ लक्ष्मी महान कृपा।
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