सावन में भगवान नीलकंठ का रुद्राभिषेक बहुत ही पूण्य दायक माना गया है। जो जातक सावन में भगवान भोले नाथ का पूर्ण विधि विधान से बन्धु बांधवों के साथ रूद्राभिषेक करते है। उनके ऊपर भगवान शिव और माता पर्वती की असीम कृपा बनी रहती है। जातक के परिवार के सभी सदस्य प्रेम पूर्वक ,निरोगी रहते हुए दीर्घ्र आयु को प्राप्त होते है। उन्हें सभी भौतिक सुखो की प्राप्ति होती है।
भगवान शंकर बहुत ही जल्दी अपने भक्तो की सभी मनोकमनाएं पूरी करने वाले देवता माने गए है इस लिए इन्हे देवो में देव महादेव खा गया है। सावन माह में भगवान भोले नाथ की पूजा अर्चना का विशेष ही महत्व है ,सावन में भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा करने से जातक की सभी सिद्धियां प्राप्त होती है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
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