हाथ की कुछ रेखाये ऐसी होती है जो कुछ ही लोगों में पाई जाती है। कहा जाता है की जिस व्यक्ति के हाथ में ये रेखाय होती है उसे पिछले जन्म के अच्छे कर्मो द्वारा भगवान शिव और श्री विष्णु की कृपा प्राप्त होती है इस प्रकार के लोगो को प्रभु कृपा से कुछ भी प्राप्त करने के लिए जीवन में अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती ,उन्नति और सुख -सुविधा उनके कदम चूमेगी।
*समुद्रशास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति क़ी हथेली में त्रिशूल का चिन्ह बना हो उसे इसका कई गुना फल प्राप्त होता है। उसे सभीसुख -सुविधाओ की प्राप्ति होती है।
*जिस व्यक्ति की हथेली पर ह्रदय रेखा के सिरे पर गुरु पर्वत के समीप त्रिशूल का निसान हो वह समाज में गौरव और प्रतिभावान बनता है।
*सूर्य रेखा पर त्रिशूल का निशान होने पर उच्च पद और सरकारी क्षेत्र की प्राप्ति होती है। त्रिशूल के चिन्ह के साथ अन्य रेखाएं होने पर परिणाम विपरीत होंगे।
*समुद्रशास्त्र के अनुसार जिसकी हथेली की दस उंगलियो में भगवान विष्णु के प्रतीक चक्र का चिन्ह होतो वह चक्रवती होता है। ऐसे व्यक्ति को राजयोग की प्राप्ति होती है। परन्तु आज के समय में राजाओं का राज न होने पर उसका बड़ी भूमि पर आधिपत्य होता है। उसे सरकारी पद और धन -सम्पति मिलती है।
*हथेली में मछली का चिन्ह होना शुभ माना जाता है। यदि ये चिन्ह जीवन रेखा या भाग्य रेखा पर हो तो वह व्यक्ति भाग्यशाली होता है और यह चिन्ह दीर्घ आयु का भी प्रतीक होता है।
*जिस व्यक्ति की हथेली में भाग्य रेखा ,शनि पर्वत ,गुरु पर्वत ,जीवन रेखा ,शुक्र पर्वत पर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का प्रतीक कमल हो तो बहुत शुभ माना जाता है। ऐसे व्यक्ति निर्धन परिवार में जन्म लेकर भी अपनी मेहनत के बल पर सभी शुख और मान -सम्मान को प्राप्त कर ही लेते है।
भगवान सभी व्यक्ति की सभी मनोकामना को पूर्ण और कल्याण करें।
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