गुरुवार, 21 जुलाई 2016

जानिए दीपक जलाने का सही व सरल नियम व लाभ



किसी भी पूजन में दीपक प्रज्वलित करने का विधान होता है। आइये जाने दीपक को जलाने के कुछ नियम -

किसी भी शुद्ध मास में नियमित तौर से इसको प्रारंभ किया जा सकता है। या सावन अथवा कभी भी किसी शुद्ध मुहूर्त से इसको प्रारंभ कर सकते है।

१ -अगर हमे अर्थिक लाभ प्राप्त करना हो तो नियम पूर्वक अपने घर के मंदिर में अथवा किसी शिव मंदिर में शुद्ध गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए।

२ -अगर हमे शत्रुओ से पीड़ा हो तो सरसो के तेल का दीपक भैरव जी के सामने जलाना चाहिए।

३-शनि गृह की प्रसन्नता के लिए तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए।

४ -जीवन साथी की आयु वृद्धि के लिए महुए के तेल का दीपक जलाना चाहिए।

५-राहु केतु गृह के लिए अलसी के तेल का दीपक जलाना चाहिए।


किसी भी देवी या देवता की पूजा में शुद्ध गाय का घी या तिल का दीपक आवशयक रूप से जलाना चाहिए।

भगवान गणेश की कृपा प्राप्ति के लिए तीन बत्तियों वाला घी का दीपक जलाना चाहिए।

भैरव साधना के लिए चौमुखी सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।

मुकदमा जीतने के लिए पांच मुखी दीपक जलाना चाहिए।

भगवान कार्तिकेय की पसन्नता के लिए भी पांच मुखी दीपक जलाकर पूजा करने से सभी मनोकमना पूर्ण होती है।

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