शुक्रवार, 1 जुलाई 2016

कैसे होगा आपके जीवन में अद्भुत चमत्कार एक वट वृक्ष की पूजा द्वारा और कैसे प्राप्त होगा धन व सुख -शांति






अगर आपका कोई काम न बन रहा हो तो १९ शनिवार तक आप पीपल के पेड़ में धागा लपेटे। और तिल के तेल का ही दिया जलाएं। इस दीये में ११ दाने काली उड़द के जरुर रखें। इसके अलावा प्रतिदिन संध्या को पीपल में घी का दिया जलाकर रखें। ध्यान रहे कि पीपल को शनिवार को ही छुए।

   बरगद के पेड़ को वट का वृक्ष कहा जाता है। शास्त्रों में वट वृक्ष को पीपल के समान ही महत्त्व दिया गया है। पुराणों में यह स्पष्ट लिखा गया है कि वटवृक्ष की जड़ो में ब्रह्मा जी ,तने में विष्णु जी और डालियों एवं पत्तो में शिव का वास है। इसके नीचे बैठकर पूजन ,व्रत कथा कहने और सुनने से मनोकामना पूरी होती है।
          
        ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या तिथि के दिन वटवृक्ष की पूजा का विधान है। शास्त्रों में कहा गया है की इस दिन वट वृक्ष की पूजा से सौभाग्य एवं स्थायी धन और सुख -शांति की प्राप्ति होती है।


  

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