शुक्लपक्ष के शुक्रवार के दिन प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर पारद लक्ष्मी मूर्ति को अपने घर के पूजा घर में स्थापित करें। ॐ नमो हीं श्रीं कीं श्रीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी मम गृहे धने पुरे चिन्ता दूर करोति स्वाहा प्रतिदिन इस मंत्र का १०८ बार जाप करें। इस प्रयोग से शीघ्र की माता लक्ष्मी की कृपा आप पर हो जाएगी।
प्रतिदिन प्रातः काल स्नान के बाद यदि घर का प्रत्येक सदस्य अपने माथे पर चंदन का तिलक लगाए तो सुख -समृद्धि में वृद्धि होती है।
कहीं से अशोक के वृक्ष की जड़ का एक टुकड़ा घर में किसी भी पवित्र स्थान पर रखकर प्रतिदिन धुप दीप दें। इससे घर में धन धान्य और समृद्धि की वृद्धि होती है। सात शुक्रवार तक गरीबों में और असहायों में गुड़ व चना बांटे।
यदि महीने के प्रथम गुरुवार और शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे जाकर श्री राम जय राम जय जय राम यह मंत्र का ग्यारह बार जाप किया जाए तो घर में सुख -समृद्धि बड़ती है।
घर की रसोई में कभी -भी नमक को किसी खुले डिब्बे में कतई भी ना रखे। बंद डिब्बे में ही नमक रखने से घर में धन हानि नहीं होगी साथ ही धनागमन के स्त्रोत भी प्राप्त होगें।
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