भगवान शिव अपने नाम के अनुरुप भक्तो पर अपनी कृपा बरसाते है भगवान शिव के अभिषेक का बड़ा महत्व है। भगवान शिव ही ऎसे देवता है जो मात्र जल चढ़ाने से प्रसन्न हो जाते है। शिवपुराण के अनुसार अलग -अलग कामनाओं की सिद्धि के लिए भगवान शिव का अनेक द्रव्यों से अभिषेक किया जाता है।
शिवपुराण में सनकादि मुनि के पूछने पर स्वमं भगवान शिव ने अभिषेक का महत्व बताते हुए कहा है कि सभी प्रकार की शक्तियों से रहित होकर जो मेरा अभिषेक करता है वह सभी कामनाओं को प्राप्त करता है।
शास्त्रों में कामना की प्राप्ति के लिए अनेक प्रकार के द्रव्यों से अभिषेक का वर्णन है।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से भगवान का अभिषेक करना चाहिए।
गाय के दूध से अभिषेक करने पर निः संतानो को संतान प्राप्त होती है।
शक़्कर मिश्रित दूध से अभिषेक करने पर बुद्धि की जड़ता समाप्त हो जाती है और बुद्धि श्रेष्ठ होती है।
शहद से अभिषेक करने पर पापो का नाश हो जाता है। तपेदिक रोग से छुटकारा मिलता है।
घी से अभिषेक करने पर जीवन में आरोग्यता आती है और वंश वृद्धि होती है।
सरसो के तेल के भगवान का अभिषेक करने पर शत्रुओं का नाश होता है।
मोक्ष की कामना के लिए तीर्थो के जल द्वारा अभिषेक किया जाता है।
इन रसों द्वारा शुद्ध चित्र के साथ विधानुसार भगवान शिव का अभिषेक करने पर भगवान का अभिषेक विशेष फलदायी होता है ।
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